नई दिल्ली, सरकार गुरुवार को लोकसभा में ‘द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (संशोधन) विधेयक 2021’ पेश करेगी। निचले सदन में कोविड-19 महामारी और इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा होने की संभावना है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च एक्ट, 1998 में संशोधन करने के लिए लोकसभा में ‘द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (संशोधन) बिल’ पेश करेंगे।
नियम 193 के तहत कोविड-19 महामारी और इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, सदस्य अपनी चिंता भी जता सकते हैं और नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के लिए सरकार की तैयारियों के बारे में पूछ सकते हैं। नियम 193 के तहत, सदस्य नए कोविड वेरिएंट के बारे में विवरण मांग सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि लोकसभा में कोविड और इसके विभिन्न पहलुओं पर अल्पावधि चर्चा होने की संभावना है, जिसमें नए ओमिक्रॉन वेरिएंट भी शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रहलाद सिंह पटेल, जनरल वी.के. सिंह, कृष्ण पाल, भानु प्रताप वर्मा, रामेश्वर तेली और कौशल किशोर कागजात पेश करेंगे। दिन में विभिन्न स्थायी समितियों की रिपोर्ट और कार्रवाई रिपोर्ट भी रखी जाएगी।
विपक्ष के कुछ राज्यों में मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के विस्तारित अधिकार क्षेत्र पर अपनी आवाज उठाना जारी रखने की संभावना है। विपक्षी दल न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने वाले कानून की भी मांग कर रहे हैं।