जानकारी न देने पर निजी चिकित्सालयों का रद्द हो सकता है रजिस्ट्रेशन
द न्यूज 15
नोएडा । हेल्थ मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पर जन्म-मृत्यु , टीबी नोटिफेकेशन, गर्भवती व बच्चों के टीकाकरण, परिवार नियोजन सहित सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों की सही व समय से जानकारी न देने पर स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों को चेतावनी दी है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा का कहना है कि बार-बार कहने के बाद भी कुछ निजी चिकित्सालय जानकारी नहीं दे रहे हैं। अंतिम चेतावनी के बाद यदि अब भी जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गयी तो इन चिकित्सालयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई में चिकित्सालयों के रजिस्ट्रेशन भी रद्द किये जा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन रद्द होने के बाद आगामी वर्ष के लिए उनके रजिट्रेशन बहाल नहीं किये जाएंगे।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डा. भारत भूषण ने बताया- इस संबंध में बृहस्पतिवार को निजी चिकित्सालयों के प्रबंधन के साथ ऑनलाइन बैठक की गयी। बैठक में उन सभी चिकित्सालयों को चेतावनी दी गयी जो समय पर न तो शिशु जन्म की जानकारी दे रहे हैं और न मृत्यु की। इसके अलावा टीबी नोटिफेकेशन, गर्भवती व बच्चों के टीकाकरण, परिवार नियोजन सहित तमाम राष्ट्रीय कार्यक्रमों की सही व समय पर जानकारी नहीं दे रहे हैं। उन्होंने बताया इस संबंध में विभाग ने कड़ा रुख अपनाने का फैसला किया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देशानुसार इन सभी चिकित्सालयों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई में इन चिकित्सालयों के रजिस्ट्रेशन भी रद्द किये जा सकते हैं।
अपर शोध अधिकारी के.के भास्कर ने बताया गौतमबुद्ध नगर जनपद में 171 निजी चिकित्सालय हैं। शासन के आदेशानुसार इन सभी को हेल्थ मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) पर सभी जानकारी समय पर अपडेट करानी होती हैं। जानकारी देने के मामले में ज्यादातर चिकित्सालय लापरवाही बरतते हैं और सही और समय पर जानकारी नहीं देते हैं। उन्होंने बताया नियमानुसार नोएडा के चिकित्सालयों को हर महीने की 21-22 तारीख, ग्रेटर नोएडा के चिकित्सालयों को 23-24 तारीख और दादरी, जेवर व दनकौर के चिकित्सालयों को 25 तारीख को (अपडेट) जानकारी देनी होती है। उन्होंने बताया जनपद के 171 निजी चिकित्सालयों में से केवल 75 चिकित्सालय ऐसे हैं जिन्होंने समय पर जानकारी दी लेकिन 96 चिकित्सालय समय पर जानकारी नहीं दे रहे हैं। इनमें खासतौर पर दादरी, ग्रेटर नोएडा और जेवर के चिकित्सालय सूचना देने के मामले में बहुत ही लापरवाह हैं।