राजगीर। रायतन में पार्श्व-जिनालय का शुक्रवार को सातवाँ ध्वजा परिवर्तन और 65 वर्षीया स्नेहलता सुराणा का दीक्षा समारोह उल्लास पूर्वक संपन्न हुआ। वीरायतन परिसर में भगवान पार्श्वनाथ का यह मंदिर अनूठा एवं अत्यंत मनमोहक है I इस शुभ घड़ी में चेन्नई निवासी स्नेहलता सुराणा का दीक्षा कार्यक्रम पद्मश्री आचार्य चंदनाजी महाराज द्वारा संपन्न किया गया। मैनेजर अंजनी कुमार ने बताया कि दीक्षा के अवसर पर सुराणा परिवार के देश-विदेश से लगभग 200 लोग उपस्थित थे। स्नेहलता सुराणा चेन्नई के एक संपन्न व्यवसायी परिवार से आती हैं I 65 वर्षीय स्नेहलता सुराणा दीक्षा लेने के बाद साध्वी कल्याणी बन गयी है I आचार्य श्री चंदनाजी की वह पंद्रहवी शिष्या के रुप में दीक्षित हुई हैं। दीक्षित होने के बाद उनका नामकरण साध्वी श्री कल्याणी जी किया गया है। साध्वी श्री कल्याणी पिछले पंद्रह वर्षों से वीरायतन के सत्कर्मों से जुड़ी रहीं हैं I इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बहुत ही तप के बाद आत्मा को मानव जीवन प्राप्त होता है। मैं चाहती हूँ कि जीवन के अंतिम घड़ी तक मैं परम पूज्य आचार्य श्री चंदनाजी महाराज के द्वारा किये जा रहे मानव सेवा के कार्यों को आगे बढाते रहूँ I आचार्यश्री चंदना ने इस अवसर पर कहा कि पूरा सुराणा परिवार ही अध्यात्मिक और सामाजिक मार्ग पर चलने वाला रहा है I स्नेहलता सुराणा बचपन से ही बहुत धार्मिक प्रवृति की रही हैं। आज वह खुद वीरायतन परिवार से जुड़कर उसका एक अंग बन गयी हैं I
आज ही के इस शुभ दिन पर नेत्र ज्योति सेवा मंदिरम में डायग्नोस्टिक्स के सभी विभागों यथा सिटी-स्कैन, अल्ट्रा सोनोग्राफी, एक्सरे, फिजियोथेरेपी, स्त्री रोग चिकित्सा एवं पैथोलॉजी लैब ने अपने कार्य प्रारंभ किया गया है I अब राजगीर के साथ पूरे नालन्दा जिला वासियों को इसका लाभ मिलने लगेगा I इस अवसर पर तीर्थंकर महावीर विद्या मंदिर के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुतकर सबका मन मोह लिया गयाI इस अवसर पर उपाध्यायश्री यशा जी, साध्वी श्री साधना जी, साध्वी श्री विभाजी, साध्वी श्रुति जी, साध्वी डॉ. सम्प्रज्ञा जी, साध्वी रोहिणी जी, साध्वी श्री संघमित्रा जी, श्री जय जैन एवं पूरा सुराणा परिवार के साथ-साथ देश-विदेश से आये लगभग 500 अतिथि उपस्थित रहे I