हादसे के बाद चीख पुकार सुनते ही आस पास के रहवासी भी मंदिर में पहुंचे उस समय अफरा तफरी का माहौल हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय पुलिस सहित एनडीआरएफ की टीम जिला प्रशासन का अमला व पुलिस कमिश्नर भी मौके पर पहुंचे और बावड़ी में गिरे हुए लोगो को निकालने का काम शुरू किया गया.
पूजा अर्चना के दौरान हुआ हादसा
बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में पूजन अर्चना चल रही थी अचानक मंदिर स्थित प्राची बावड़ी धंस गई जिसमे मंदिर में मौजूद पूजा अर्चना कर रहे लोग हादसे का शिकार हो गए. घटना होते ही मौजूदा लोगो में खलबली मच गई.
इंदौर हादसे में तीन लोगों की मौत
इंदौर हादसे में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. वहीं करीब 15 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
15 लोगों को बचाया, 4-5 लोग और बाकी
इंदौर के कलेक्टर इलैया राजा टी ने बताया कि बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में लोग कुंए के पास पूजा के लिए एकत्रित हुए लेकिन ज्यादा वजन पड़ने के कारण कुआं धंस गया और 25 लोग गिर गए. 15 लोगों को बचाया गया है और 4-5 लोगों को बाहर निकालना बाकी है. SDRF की टीम मौके पर मौजूद है, बचाव कार्य जारी है.
15 लोगों को बचाया, 4-5 लोग और बाकी
इंदौर के कलेक्टर इलैया राजा टी ने बताया कि बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में लोग कुंए के पास पूजा के लिए एकत्रित हुए लेकिन ज्यादा वजन पड़ने के कारण कुआं धंस गया और 25 लोग गिर गए. 15 लोगों को बचाया गया है और 4-5 लोगों को बाहर निकालना बाकी है. SDRF की टीम मौके पर मौजूद है, बचाव कार्य जारी है.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कैसा हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शी डॉ अनिल महाजन ने बताया कि घटना करीब 11:30 बजे की जिस समय पूजा अर्चना के लिए लोग बावड़ी के किनारे पर बैठे हुए थे. अचानक बावड़ी धंसी और वहां बैठे लोग हादसे का शिकार हो गए.
अब तक 15 लोगों को बाहर निकाला
इंदौर हादसे में बावड़ी में फंसे लोगों में से अब तक करीब 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. रेस्कयू ऑपरेशन लगातार जारी है.
फंसे लोगों की सकुशल निकलने की कामना करता हूं- राजनाथ सिंह
वहीं इंदौर हादसे को लेकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी बावड़ी में फंसे लोगों की सलामत बाहर निकलने की दुआ की है. उन्होंने लिखा कि इंदौर (मध्य प्रदेश) में हुई दुर्घटना से मुझे गहरी वेदना की अनुभूति हुई है. प्रदेश सरकार द्वारा बड़ी तत्परता के साथ राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है. जो लोग इस दुर्घटना में अभी भी फंसे हुए हैं मैं उनके सकुशल होने की ईश्वर से कामना करता हूं.
ज्यादा लोगों का वजन नहीं झेल सकी छत
घटनास्थल पर मौजूद एक शख्स ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी.
पीएम मोदी ने ली हादसे की जानकारी
इंदौर हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सीएम शिवराज से जानकारी ली. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की और स्थिति की जानकारी ली. राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से आगे बढ़ रही है. मेरी प्रार्थना उन सभी प्रभावितों और उनके परिवारों के साथ है.
अब तक 10 लोग निकाले गए
हादसे की जानकारी देते हुए सीएम शिवराज सिहं चौहान ने कहा कि हम सब पूरी ताकत से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं. मैं लगातार संपर्क मे हूं. अभी तक 10 लोग निकाले गए हैं, 10 लोग अभी और अंदर हैं. हमने बेहतर से बेहतर संसाधन लगाए हुए हैं, लगातार प्रयास किए जा रहे हैं
बैकग्राउंड
Indore Temple Collapse: मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर पर बावड़ी की छत धंसने से हादसा हो गया. इसमें 25 से ज्यादा लोग बावड़ी में गिर गए. बताया जा रहा है कि अब तक इनमें से 10 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है. वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर कलेक्टर इंदौर कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय, इंदौर जिला प्रशासन से निरंतर संपर्क में है. इंदौर पुलिस के आला अधिकारी, जिला प्रशासन के आला अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद है.
वहीं हादसे को लेकर सीएम शिवराज सिहं चौहान ने कहा, ”हम सब पूरी ताकत से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं. मैं लगातार संपर्क मे हूं. अभी तक 10 लोग निकाले गए हैं, 10 लोग अभी और अंदर हैं. हमने बेहतर से बेहतर संसाधन लगाए हुए हैं, लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. 19 लोगों की जानकारी मैंने आपको दी है, अंदर फंसे सभी लोगों को निकालने में कामयाब होंगे. अभी तक कोई दुर्भाग्यपूर्ण खबर नहीं है.”
डिजास्टर मैनेजमेंट एक्सपर्ट अंजलि क्वात्रा ने कहा, ”प्रशासन ने तेजी से रिस्पॉन्स किया है, यह अच्छी बात है. लेकिन बड़ा सवाल है कि धार्मिक स्थानों पर हर बार ही ऐसे हादसे क्यों होते हैं. हम पहले से तैयारियां क्यों नहीं करते? जहां हादसा हुआ है वो बेहद संकरी जगह है लेकिन फिर भी प्रशासन ने तेजी दिखाई है. स्थानीय लोग भी रेस्क्यू में मदद कर रहे हैं.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी और हादसा हो गया. वहीं अब तक कई लोगों को बावड़ी से निकाला जा चुका है. साथ ही प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है.