खुलासे के बाद राजस्व विभाग में मचा हड़कंप
कैमूर। बिहार के कैमूर जिले में जमीन के दाखिल- खारिज को लेकर चल रहे एक बड़े खेल का खुलासा हुआ है। महिला अंचल अधिकारी को बिहार सरकार ने सजा दी है। राजस्व और भूमि सुधार विभाग की ओर से आठ अक्टूबर को संकल्प पत्र जारी किया गया है। मामला कैमूर जिले के रामपुर अंचल के तत्कालीन अंचलाधिकारी लवली कुमारी पर गंभीर आरोप लगा है। सीओ पर दाखिल खारिज के वादों को पहले रिजेक्ट करने और फिर बाद में स्वीकृत करने का आरोप है।
इतना ही नहीं लवली कुमारी पर ये भी आरोप लगा है कि वो आपदा राहत जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के दौरान गायब रहीं। राजस्व विभाग ने इसे लेकर भूमि-सुधार विभाग से शिकायत की थी। खेल कुछ ऐसा चल रहा था कि सीओ लवली कुमारी पर सरकार के निर्देशों की अवहेलना का आरोप है। हाल में मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा था कि दाखिल- खारिज के आवेदन को लटकाना नहीं है। न ही उसे रिजेक्ट करना है। उधर लवली कुमारी लगातार ऑनलाइन दाखिल- खारिज के आवेदन को अधिक संख्या में रिजेक्ट कर रही थीं।
उसके साथ ही 63 दिनों से अधिक समय तक उन्होंने 74 मामले को लंबित रखा। ऑनलाइन परिमार्जन के कई मामलों को लंबित रखा गया। अतिक्रमण के मामले को लंबित रखा गया। इसके अलावा सीओ लवली कुमारी पर कई और आरोप थे। कैमूर जिलाधिकारी ने 6 फरवरी 2024 को प्रपत्र- क गठित कर राजस्व और भूमि सुधार विभाग को उपलब्ध कराया था। उसके बाद राजस्व विभाग ने पिछले 07 मई, 2024 को आरोपी महिला सीओ से विभाग ने स्पष्टीकरण की मांग की।
दाखिल- खारिज में गेम करने वाली सीओ लवली कुमारी की ओर से सरकार को सही जवाब नहीं दिया गया। विभाग उस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। विभाग ने माना कि इन्होंने अपना बचाव करने में गलत तर्क गढ़ने की कोशिश की। आरोपी पदाधिकारी से कई जगहों पर बड़ी गलती हुई। बचाव में पदाधिकारी कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सकीं। साथ ही विभाग ने लवली कुमारी के स्पष्टीकरण को स्वीकार नहीं किया। अनुशासनिक प्राधिकार की ओर से लवली कुमार को संचयी प्रभाव के बिना एक वेतन वृद्धि पर रोक लगाने का दंड देने का निर्णय लिया गया है। लवली कुमारी वर्तमान में वैशाली में पोस्टेड हैं।