बेलागवी (कर्नाटक)| कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को मौजूदा विधानसभा सत्र में कांग्रेस के आचरण को लेकर उसे आड़े हाथ लिया और इसे ‘गैर-जिम्मेदार विपक्षी दल’ बताया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को उत्तरी कर्नाटक के विकास की परवाह नहीं है। वह बेलागवी सत्र में भाषण देने और सदन में धरना देने आई है। वह जनहित के मुद्दों को उठाने और जवाब मांगने में विफल रही है।”
सुवर्ण सौधा में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “विपक्षी नेता नहीं चाहते कि किसानों को उनकी फसल के नुकसान का मुआवजा मिले। हमने मुआवजा बढ़ाया है, राज्य मंत्रिमंडल ने उत्तरी कर्नाटक के विकास के लिए कई फैसले लिए हैं। हम किसी भी विकास परियोजना पर चर्चा के लिए तैयार हैं।”
धर्मातरण विरोधी विधेयक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “यह एक निर्वाचित सरकार का अधिकार है, लोगों की आवाज के रूप में, यह तय करने के लिए कि कौन से कानून लाए जाने की जरूरत है। विपक्षी कांग्रेस के सदस्य उस समय मौजूद नहीं थे जब सदन में विधेयक पेश किया गया था। उपस्थित रहना विपक्ष का कर्तव्य है। उन्होंने दूर रहकर अपनी गैरजिम्मेदारी दिखाई है। यह राज्य में सबसे गैर जिम्मेदार विपक्षी दल है।”
कांग्रेस के इस आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कि विधेयक को सदन की कार्यवाही के पूरक एजेंडे में शामिल किया गया था, मुख्यमंत्री ने कहा, “अध्यक्ष को पूरक एजेंडा तैयार करने की शक्ति प्राप्त है।”