अब्‍बास अंसारी के सामने पिता मुख्तार की विरासत बचाने की चुनौती

BJP प्रत्याशी को लेना है भाई की हत्या का बदला, मुख्तार अंसारी पर निशाना साधते हुए अशोक सिंह ने कहा कि माफिया होने के कारण मुख्तार बहादुरी का दिखावा करते थे। लेकिन अब ऐसा डर बैठा कि घुटनों के बल आ गए और व्हीलचेयर पर बैठ गए

द न्यूज 15 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल की मऊ सदर सीट पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। पांच बार के विधायक और इस सीट पर 1996 से लगातार कब्जा जमाए हुए मुख्तार अंसारी के कारण इस सीट की फिर से चर्चा है। मुख्तार अंसारी अबकी चुनाव मैदान में नहीं हैं फिर भी चर्चा में बने हुए हैं। इस बार मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और उनके सामने भाजपा ने अशोक सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। इस कारण यहां पर लड़ाई बेहद दिलचस्प हो गई है।
भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों पर उनके बेटे अब्बास अंसारी कहते हैं कि मऊ के लोगों से पूछिए, कि वो क्या कहते हैं। मुख्तार अंसारी के बेटे ने कहा, “देश में 5,000 से अधिक विधायक हैं लेकिन क्या कोई ऐसा है जो लगातार पांच बार जेल से चुनाव जीता हो? ऐसा कोई नहीं है।” अब्बास अंसारी का कहना है कि लोग मुख्तार का बहुत सम्मान करते हैं।
एक सवाल ये भी है कि क्या अब्बास अंसारी अपने पिता की विरासत को बचा पाएंगे? तो दूसरी तरफ, भाजपा उम्मीदवार अशोक कुमार सिंह के लिए यह लड़ाई राजनीतिक होने के साथ-साथ व्यक्तिगत भी है। अशोक सिंह का कहना है कि 25 सालों से इस इलाके के नाम पर धब्बा लगा हुआ है जिसे लोग मिटाना चाहते हैं। अशोक सिंह ने आरोप लगाया कि 2009 में उनके भाई अजय प्रकाश की मुख्तार अंसारी के लोगों ने हत्या कर दी थी। अशोक सिंह ने कहा, “मुख्तार आर्थिक लाभ के लिए लोगों की हत्या करता है। वह आर्थिक लाभ के लिए लोगों की हत्या करता है, मेरा भाई एक बड़ा ठेकेदार था, जिससे 10% गुंडा टैक्स मांगा गया था, लेकिन गुंडा टैक्स देने से भाई ने इनकार कर दिया था।” उनका आरोप है कि गवाह राम सिंह मौर्य की 2010 में एक कांस्टेबल के साथ हत्या कर दी गई थी। अशोक सिंह का कहना है कि मऊ की पहचान माफिया मुख्तार अंसारी के नाम से बनकर रह गई है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने इन माफियाओं की कमर तोड़ दी है। उनका कहना है कि मुख्तार हार के डर से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि मुख्तार सपा-बसपा के संरक्षण में चुनाव जीतते रहे हैं।

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