दीपक कुमार तिवारी
पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में पांच संसदीय क्षेत्र में होने वाले मतदान को लेकर शनिवार की शाम चुनाव प्रचार थम गया। इस चरण में सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण तथा हाजीपुर लोकसभा क्षेत्रों में सोमवार को मतदान होगा। कुल 95.11 लाख मतदाता 80 प्रत्याशियों के राजनीतिक भविष्य तय करेंगे। इस चरण में सबसे अधिक 26 प्रत्याशी मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में हैं, जबकि सबसे कम मधुबनी संसदीय क्षेत्र में 12 प्रत्याशी मैदान में हैं।
मुजफ्फरपुर में भाजपा सांसद अजय निषाद का टिकट अबकी कट पार्टी ने काट दिया।अबकी बार वे महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं।वहीं पूर्व में महागठबंधन प्रत्याशी रह चुके राजभूषण प्रसाद निषाद अबकी बार भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं।यहां दोनों में कांटे का संघर्ष है। 5 से 10 प्रतिशत अतिरिक्त वोटों की मारजिंग जीत-हार का अंतर बन सकता है।
सीतामढ़ी, सारण और हाजीपुर से 14-14 प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। मतदाताओं के मताधिकार का उपयोग करने के लिए 9436 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस चरण में राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय दलों से 15 प्रत्याशी हैं, जबकि 35 निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इस चरण में एनडीए की ओर से भाजपा के तीन, लोजपा के एक तथा जदयू के एक प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन की ओर से राजद के चार, कांग्रेस के एक प्रत्याशी हैं।
बसपा इन सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है।इन सभी सीटों पर मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन उम्मीदवारों के बीच माना जा रहा है। सीतामढ़ी में जदयू के देवेश चंद्र ठाकुर के सामने राजद के पूर्व सांसद अर्जुन राय मुकाबले में हैं, जबकि मधुबनी में भाजपा ने सांसद अशोक यादव को मैदान में उतारा है, जबकि उनके मुकाबले में राजद से पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी उम्मीदवार हैं।
मुजफ्फरपुर में भाजपा प्रत्याशी राज भूषण निषाद और कांग्रेस के टिकट पर उतरे पूर्व भाजपा सांसद अजय निषाद के बीच काफी संघर्ष का मुकाबला है।यहां जीत हार के अंतर में नजदीकी मारजिंग का अनुमान है।
सारण में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद की पुत्री रोहिणी आचार्य का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी से तथा हाजीपुर सीट से राजद के शिवचंद्र राम का लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से मुकाबला है।
मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी है।