राम नरेश
पटना। बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने रविवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। शर्मा ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ ‘सोनिया-लालू’ और ‘राहुल-तेजस्वी’ के जीवनकाल तक के लिए ‘स्थाई समझौता’ कर लिया है। बिहार में राजद कांग्रेस पार्टी को एक साथी या सहयोगी के तौर पर नहीं बल्कि एक परजीवी भिखारी के रूप में देखता है । इसलिए अब बिहार में पार्टी का कोई भविष्य नहीं रह गया है।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीट बंटवारे की वजह से बिहार में पार्टी के कार्यकर्ताओं में निराशा है। कांग्रेस को ऐसी सीटें दी गई हैं, जहां जीतना मुश्किल है जबकि आसानी से जीतने वाली सीटें पार्टी से छीन ली गई हैं। उन्होंने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस को सोची-समझी रणनीति के तहत कमजोर सीटें दी हैं ताकि बिहार में कांग्रेस हाशिये पर ही रहे।
इस्तीफा देने के पहले पटना में संवाददाता सम्मेलन मे अनिल शर्मा ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अनिल शर्मा ने बताया कि 1998 में जब से जनता दल के साथ कांग्रेस का गठबंधन हुआ था उसका मैं विरोधी रहा हूं। उस समय भी लालू यादव के कहने पर सीट शेयरिंग हुई थी। तब कांग्रेस को वोटकटवा पार्टी कहा गया। उस दौर में राजद के शासन काल को जंगल राज कहा जाता था और हम लोग उसके सहयोग में थे।