द न्यूज 15
मुंबई। भाजपा की नीतियों पर लगातार आवाज उठा रहे उनके ही सांसद वरुण गांधी ने मंगलवार शाम को नई दिल्ली में शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत से उनके आवास पर मुलाकात की है । बताया जा रहा है कि यह मुलाकात तीन घंटे तक चली है। इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक हलकों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। दरअसल वरुण गांधी कुछ समय से अपने ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। कई मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ बयानबाजी देकर वह मीडिया में सुर्खियों बने हुए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि संजय राउत ने वरुण गांधी को डिनर पर अपने आवास पर आमंत्रित किया था।
सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं के बीच हाल के चुनावों और यूपी समेत चार राज्यों में भाजपा की दोबारा ताजपोशी को लेकर लंबी मंत्रणा हुई है। हाल के घटनाक्रमों, बंगाल हिंसा, विपक्षी एकता जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई है।
दरअसल वरुण गांधी की भाजपा में युवा और तेज तर्रार नेता के रूप में गिनती होती रही है। वरुण गांधी को 2013 में सबसे कम उम्र का महासचिव भी बनाया गया था। वरुण गांधी पश्चिम बंगाल जैसे राज्य के प्रभारी रहे हैं। हालांकि कुछ वर्षों से वह लगातार पार्टी के खिलाफ भड़ास निकाल रहे हैं। वरुण गांधी कभी केंद्र को किसान विरोधी बताते हुए भाजपा नेतृत्व पर हमला करते हैं तो कभी लखीपुर खीरी में हुए बवाल के लिए पार्टी को ही जिम्मेदार बताने लगते हैं।
पीएम मोदी की नीतियों के खिलाफ भी वरुण गांधी लगातार बोल रहे हैं। यह वरुण गांधी का भाजपा विरोधी रवैया ही रहा है कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पिछले साल वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी को अपनी टीम से बाहर करते हुए कड़ा संदेश दिया था।
मुंबई। भाजपा की नीतियों पर लगातार आवाज उठा रहे उनके ही सांसद वरुण गांधी ने मंगलवार शाम को नई दिल्ली में शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत से उनके आवास पर मुलाकात की है । बताया जा रहा है कि यह मुलाकात तीन घंटे तक चली है। इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक हलकों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। दरअसल वरुण गांधी कुछ समय से अपने ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। कई मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ बयानबाजी देकर वह मीडिया में सुर्खियों बने हुए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि संजय राउत ने वरुण गांधी को डिनर पर अपने आवास पर आमंत्रित किया था।
सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं के बीच हाल के चुनावों और यूपी समेत चार राज्यों में भाजपा की दोबारा ताजपोशी को लेकर लंबी मंत्रणा हुई है। हाल के घटनाक्रमों, बंगाल हिंसा, विपक्षी एकता जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई है।
दरअसल वरुण गांधी की भाजपा में युवा और तेज तर्रार नेता के रूप में गिनती होती रही है। वरुण गांधी को 2013 में सबसे कम उम्र का महासचिव भी बनाया गया था। वरुण गांधी पश्चिम बंगाल जैसे राज्य के प्रभारी रहे हैं। हालांकि कुछ वर्षों से वह लगातार पार्टी के खिलाफ भड़ास निकाल रहे हैं। वरुण गांधी कभी केंद्र को किसान विरोधी बताते हुए भाजपा नेतृत्व पर हमला करते हैं तो कभी लखीपुर खीरी में हुए बवाल के लिए पार्टी को ही जिम्मेदार बताने लगते हैं।
पीएम मोदी की नीतियों के खिलाफ भी वरुण गांधी लगातार बोल रहे हैं। यह वरुण गांधी का भाजपा विरोधी रवैया ही रहा है कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पिछले साल वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी को अपनी टीम से बाहर करते हुए कड़ा संदेश दिया था।