द न्यूज 15
लखनऊ । जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को बुधवार को बड़ी राहत मिली है। गैंगस्टर मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट ने उनको जमानत दे दी है। मुख्तार अंसारी को एक लाख के निजी मुचलके पर जमानत मिली है। 2011 के गैंगस्टर के एक मामले में मुख्तार अंसारी जेल में बंद हैं। वहीं, इस जमानत के बाद भी वह जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे क्योंकि उनके ऊपर कई अन्य मुकदमे भी दर्ज हैं। इस मामले में एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि मुख्तार पर कई मुकदमे हैं, इसलिए उन्हें जेल में ही रहना होगा।
ADG लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने मुख्तार अंसारी को बेल मिलने के मामले पर कहा कि बाहुबली विधायक को मऊ के दक्षिण टोला में गवाह और गनर की हत्या के मामले में जमानत मिली है, लेकिन अभी उनपर कई केस दर्ज हैं। ऐसे में वह जेल से रिहा नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश का आंकलन करने के बाद इस जमानत को चुनौती दी जाएगी और अन्य मामलों में मजबूत पैरवी कराते हुए सजा सुनिश्चित कराई जाएगी।
वहीं, मऊ पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी माफिया मुख्तार अंसारी के जेल से छूटने की खबर का खंडन जारी किया गया है। इसमें कहा गया है, “आईएस 91 गैंग लीडर/ माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ वर्तमान समय में कुल 12 केस दर्ज हैं। इनके खिलाफ गाजीपुर में 4, वाराणसी में एक, आजमगढ़ में एक, बाराबंकी में एक और मऊ में 5 केस दर्ज हैं।”
तीन दशक में पहली बार चुनाव में नहीं उतर रहे मुख्तार : माफिया मुख्तार अंसारी तीन दशक में पहली बार चुनाव में नहीं उतर रहे हैं। मऊ सदर सीट से उनके बेटे अब्बास अंसारी चुनाव लड़ रहे हैं, जिनको समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही सुभासपा ने उम्मीदवार बनाया है। मुख्तार अंसारी मऊ सदर सीट से वर्तमान में विधायक हैं। मुख्तार दो बार बसपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं। जबकि दो बार निर्दलीय चुनाव जीतकर वे विधानसभा पहुंचे और एक बार कौमी एकता दल के टिकट पर मऊ सदर से विधायक चुने गए।