उन्नाव के बांगरमऊ के गंजमुरादाबाद निवासी अनवरुद्दीन उर्फ राजू और उसके दो बेटों ने मिलकर एक चिटफंड कंपनी शुरू की थी। कंपनी का नाम अरबाज ट्रेडिंग और शेयर बाजार रखा गया था। आरोप है कि इस कंपनी ने पैसे डबल करने का लालच देकर करीब 10 करोड़ रुपये जुटाए और फिर फरार हो गए।
चिटफंड कंपनी के संचालक अनवरुद्दीन और उसके बेटे अरबाज उर्फ कशान और अदनान का जीवन बहुत ही भव्य था। वे विदेशी लड़कियों के साथ होटलों में पार्टियां करते थे, महंगी गाड़ियों के काफिले में चलते थे और नोट उड़ाते थे। उनके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें उनकी लग्जीरियस लाइफस्टाइल और पार्टी लाइफ देखी जा सकती है।
निवेशकों की मेहनत की कमाई गई बर्बाद
चिटफंड कंपनी में निवेशक अपनी मेहनत की कमाई और गहने गिरवी रखकर पैसे लगाते थे। कई लोगों ने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से पैसे जमा कराए। लेकिन जब पैसे लौटाने का वक्त आया, तो कंपनी ने पैसे लौटाना बंद कर दिया और अंततः फरार हो गई। इसके बाद लोग कंपनी के दफ्तर पर हंगामा करने लगे।
जब लोगों का धैर्य जवाब दे गया, तो 14 अगस्त को सैकड़ों लोगों ने चिटफंड कंपनी के संचालकों के घर के बाहर हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत किया और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। अब तक सात मुकदमे दर्ज किए गए हैं और तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पीड़ितों का हाल
पीड़ित सैय्यद मोहम्मद शाहिद ने बताया कि उसने अपने दोस्तों के 65 लाख रुपये कंपनी में निवेश किए थे। अब वह और उसके दोस्त अपने पैसे वापस पाने के लिए परेशान हैं। पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई है और वे अपने पैसे वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
पुलिस सीओ अरविंद चौरसिया के अनुसार, मामले की जांच जारी है और अधिक जानकारी के लिए लोगों को लगातार अपडेट दिया जा रहा है।