चरण सिंह
देश की राजनीति में एक ओर जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा है तो दूसरी ओर बिहार के होने वाले मुख्यमंत्री को लेकर राजनीति का बाज़ार गरम है। हर किसी के दिमाग में यह प्रश्न कौंध रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर पीएम मोदी क्या रुख अपनाने वाले हैं ? 24 फरवरी को होने वाले पीएम मोदी के भागलपुर दौरे पर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है। पीएम मोदी इस दौरे पर जहां किसान सम्मान निधि की क़िस्त जारी करने वाले हैं वहीं नीतीश कुमार के राजनीतिक करियर को लेकर भी पीएम मोदी स्पष्ट कर सकते हैं। जानकारी मिल रही है कि नीतीश कुमार बीजेपी की मज़बूरी हो गई हो गए हैं। जानकारी यह मिल रही है कि 24 फरवरी को पीएम मोदी एनडीए के मुख्यमंत्री के लिए नीतीश कुमार का नाम घोषित करने वाले हैं।
दरअसल पीएम मोदी की प्राथमिकता बिहार के मुख्यमंत्री से ज्यादा अपनी सरकार बचाने की है। यदि नीतीश को मुख्यमंत्री घोषित न किया गया तो वह लालू प्रसाद से हाथ मिला सकते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार के लिए भी दिक्कत खड़ी हो सकती है। नीतीश कुमार के 12 सांसद हैं। यदि नीतीश कुमार ने समर्थन वापस ले लिया तो चंद्रबाबू नायडू, एकनाथ शिंदे और जयंत चौधरी के भी एनडीए छोड़ सकते हैं। इसलिए मोदी नहीं चाहते कि नीतीश कुमार को पलटी मारने की कोई गुजाइंश छोड़ी जाए।
बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए पीएम मोदी का यह दौरा बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह दौरा विधानसभा चुनाव को देखते हुए तो खास माना ही जा रहा है साथ ही 20 फरवरी को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी बिहार जा रहे हैं। दरअसल कांग्रेस बिहार में फिर से अपना दलित वोटबैंक हासिल करना चाहती है। यही वजह है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के दौरे के बाद प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी दशरथ मांझी के गांव जा रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी आरजेडी के साथ ही कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए दिखाई देंगे। लालू प्रसाद के साथ ही राहुल गांधी को भी ललकारते हुए दिखाई देंगे। पीएम मोदी 24 फरवरी को एनडीए के पक्ष में माहौल बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।