The News15

वरुण गाँधी ने उठाए रात में कर्फ्यू ओर दिन में रैल्लीयों को लेकर सवाल

कर्फ्यू को लेकर सवाल
Spread the love

नई दिल्ली | बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ रहे मामलो के खतरे के बावजूद लाखों लोगों की प्रचार रैलियां करने पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इस समय प्राथमिकता तय करने की जरूरत है। वरुण गांधी ने शक्ति प्रदर्शन करने की आलोचना करते हुए कहा कि यह रवैया सामान्य जनता की समझ से परे हैं।

वरुण गाँधी ने एक ट्वीट करके अपने इन विचारो को साझा किया की यह सब सामान्य जनमानस की समझ से परे है।

वरुण गाँधी ने प्राथमिकता तय करने की बात करते हुए आगे अपने ट्वीट में लिखा , उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें ईमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन करना है।

दरअसल, देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना और ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए पांच राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव को टालने की मांग भी की जाने लगी है। हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव टालने को लेकर अपील की थी।

चुनाव आयोग ने अभी विधान सभा चुनाव की आधिकारिक तारीखों का एलान नहीं किया है लेकिन तमाम राजनीतिक दल रैलियों और रोड शो में लाखों लोगों की भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं। वरुण गांधी के इस ट्वीट ने इसे लेकर फिर से सवाल खड़ा कर दिया है।

हालांकि इलाहाबाद हाईकोर्ट की अपील पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कुछ दिन पहले केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भाजपा मुख्यालय में मीडिया से कहा था कि किस जगह पर कौन सी राजनीतिक गतिविधि होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए, यह तय करने का दायित्व एक संवैधानिक संस्था ( चुनाव आयोग ) के पास है और वही इस मामले को देखेगी।