सचमुच सोचना पड़ेगा, बोले सीएम नीतीश कुमार
बिहारः नीतीश कुमार ने कहा है कि यूक्रेन में बड़ी संख्या में छात्रों को मेडिकल की पढ़ाइ करने जाना एक राष्ट्रीय समस्या है। इस पर राष्ट्रीय स्तर पर विचार होने की जरूरत है।
द न्यूज 15
पटना । जातीय जनगणना के मुद्दे पर कांग्रेस ने किया नीतीश कुमार को सपोर्ट (एक्सप्रेस फाइल फोटो)
MBBS की डिग्री हासिल करने के लिए यूक्रेन जाने वाले भारतीय छात्रों की बड़ी तादाद आम लोगों के लिए ही नहीं बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए भी आश्चर्य की घटना है। नीतीश कुमार ने कहा है कि यूक्रेन में बड़ी संख्या में छात्रों को मेडिकल की पढ़ाइ करने जाना एक राष्ट्रीय समस्या है। इस पर राष्ट्रीय स्तर पर विचार होने की जरूरत है।
नीतीश ने कहा कि यह अचरज की बात है कि यूक्रेन इतनी संख्या में लोग पढ़ने जा रहे हैं। असेंबली में मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक किसी को यह जानकारी नहीं थी कि यूक्रेन में इतनी बड़ी संख्या में छात्र जाकर पढ़ते हैं। नीतीश ने कहा कि बिहार जैसे आर्थिक रूप से गरीब राज्य के ही नहीं बल्कि अमीर राज्यों के विद्यार्थी भी वहां जाकर पढ़ायी कर रहे हैं। यह मामला सिर्फ बिहार का नहीं है। इसका समाधान तो राष्ट्रीय स्तर पर किया जाने की जरूरत है। यह सिर्फ राज्य का विषय नहीं है।
दरअसल नीतीश बिहार से यूक्रेन के छात्रों के मामले में सरकार से सवाल कर रहे थे। नीतीश का कहना था कि इसमें वो क्या कर सकते हैं। ये तो बहुत बड़ी परेशानी है कि इतने सारे लोग पढ़ने के लिए विदेश जा रहे हैं। केंद्र को इस पर सोचना होगा।
रूस यूक्रेन विवाद पर भरत में भी सनसनी फैली हुई है। इसकी वजह ये है कि यूक्रेन में भारत के हजारों छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने गए हैं और वहीं फंस गए, जिन्हें धीरे-धीरे सरकार अब वतन वापस ला रही है। लेकिन अभी भी बहुत से लोग वहां फंसे हैं। सरकार ऐसे लोगों की मदद का दावा कर रही है पर यूक्रेन से भारत लौटी एक छात्रा ने बताया कि ये हमारे लिए काफी मुश्किल था क्योंकि वहां हालात सामान्य नहीं है। हम सो नहीं पाए, आपातकाल की स्थिति बनी हुई है, बिना रूके लगातार यात्रा करना पड़ रही है। कोई मदद नहीं कर रहा।
गौरतलब है कि रूस यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की वार्ता चल रही है। रूसी सरकार ने जताई वार्ता के सफल होने की उम्मीद जताई है। रूस के विदेश मंत्रालय ने बेलारूसी क्षेत्र में रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधियों की बातचीत पर कहा कि हमें उम्मीद है कि वो इस स्थिति को समाप्त करेंगे। शांति बहाल करेंगे और यूक्रेन में शांतिपूर्ण जीवन बहाल करने की कोशिश करेंगे।