अनूप जोशी
जामुड़िया। जामुड़िया थाना अंतर्गत चुरुलिया के माधवपुर स्थित मां तारा एंटरप्राइज में कोलकाता पुलिस टीम ने सिविल ड्रेस में आकर छपा मारा और कथित तौर पर कंपनी के कर्मचारियों के साथ मारपीट किया।
कथित तौर पर कल रात 12:30 बजे कोलकाता पुलिस का स्टीकर लगी कार में किसी सीआईएसएफ के पहचान पत्र के साथ कुछ लोग मां तारा इंटरप्राइजेज फैक्ट्री में आए थे। मालिक ने फैक्ट्री के कई कर्मचारियों पर पिटाई की शिकायत की है। फैक्ट्री अधिकारियों ने पुलिस को सूचना दी तो चुरूलिया चौकी की पुलिस वहां पहुंची।पुलिस सूत्रों के मुताबिक,जो लोग आये,वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये. एक घंटे बाद सीआईएसएफ की कई गाड़ियां एंटरप्राइज फैक्ट्री में आईं। इस बारे में कारखाने के कानूनी सलाहकार शेख मोहिउद्दीन ने बताया कि कल रात करीब 12:30 बजे कोलकाता पुलिस का स्टिकर लगाकर एक गाड़ी आई थी उसे गाड़ी से कुछ लोग उतरे उन्होंने फैक्ट्री गेट को तोड़ के अंदर प्रवेश किया गेट के अंदर दो गाड़ियां खड़ी थी उन दो गाड़ियों के चालको के साथ उन्होंने मारपीट की और उनसे 5 लख रुपए की मांग की जब उन चालकों ने कारखाने के मुंशी को यह बात बताई तो मुंशी ने उन लोगों से पूछा कि वह लोग कौन है इस पर उन लोगों ने बताया कि वह कोलकाता पुलिस से आए हैं और ₹500000 की मांग की जब मनुष्य ने उनसे पूछा कि किस बात के 5 लख रुपए तो मुंशी से भी मारपीट की गई उन्होंने बताया कि उन लोगों ने यह कहते हुए धमकी दी कि यह अवैध डिपो है और अगर 5 लख रुपए नहीं दिए गए तो सिआईएसएफ को बुला लिया जाएगा थोड़ी ही देर बाद तकरीबन 4 सीआईएसएफ की गाड़ियां आई और कारखाने के अंदर से सामान उठाकर ले जाने की कोशिश करने लगे कारखाने के कर्मचारियों ने कहा कि उनको इस बात पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन उन्हें सीजर लिस्ट देना होगा कारखाने के कर्मचारियों ने बताया कि यह कोई खदान नहीं है एक कारखाना है जिसका दस्तावेज उनके पास है इसके साथ ही कुछ महीने पहले मेल से और पोस्ट ऑफिस के जरिए सारे दस्तावेज भेजे गए थे लेकिन उनकी तरफ से कोई वेरिफिकेशन नहीं किया गया स्थानीय पुलिस द्वारा शायद वेरिफिकेशन किया गया हो उन्होंने कहा कि 12 घंटे हो गए हैं लेकिन अभी तक कारखाने के कर्मचारियों को कोई सीजर लिस्ट नहीं दिया गया है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीआईएसफ द्वारा जो मारपीट की गई है उसमें घायल कारखाने के कर्मचारियों को केले जोड़ा अस्पताल में भर्ती किया गया है कारखाने के अधिवक्ता ने बताया कि जो सीआईएसएफ के अधिकारी आए थे उनके स्पेशल सुपरिंटेंडेंट को कहते हुए सुना गया था कि वह लोग रेड डालने नहीं आए हैं अगर वह लोग दबिश डालने नहीं आए थे तो क्या वह लोग अवैध वसूली करने आए थे वही जादव मंडल नामक एक व्यक्ति ने बताया सीआईएसएफ के जवानों ने उनके साथ भी मारपीट की जबकि वह इस कारखाने में काम भी नहीं करते वह इस तरफ पहले कभी नहीं आए थे कल अपने निजी काम से इस तरफ आए थे लेकिन सीआईएसएफ के जवानों ने उन्हें कारखाने का कर्मचारी समझ कर पीट दिया वही कारखाने के एक कर्मचारी रोहित मुल्ला ने बताया कि कल रात सिआईएसएफ के जवानों ने कारखाने के कर्मचारियों के साथ मारपीट की तकरीबन सात से आठ लोगों को मारा पीटा गया जिसमें से एक अभी अस्पताल में भर्ती है उनके साथ भी मारपीट की गई उनके हाथ और कमर में चोट आई है