पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना स्थित ‘संवाद’ में आयोजित 16वें वित्त आयोग की बैठक में हिस्सा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बिहार के विकास कार्यों और राज्य की आवश्यकताओं पर विस्तार से अपनी बात रखी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लिए यह गर्व की बात है कि 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं, जिससे उन्हें राज्य की सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों की गहरी समझ है।
मुख्यमंत्री ने गिनाईं उपलब्धियां:
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 में उनकी सरकार के कार्यभार संभालने के बाद बिहार में कानून का राज स्थापित हुआ। उन्होंने कहा कि:
वर्ष 2005 के पहले लोग शाम के बाद घर से निकलने में डरते थे, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में 2006-07 में पोशाक योजना और 2008 में छात्राओं के लिए साइकिल योजना शुरू की गई, जिसे 2010 में लड़कों के लिए भी लागू किया गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त दवा और इलाज की व्यवस्था के कारण अब हर महीने 11 हजार से अधिक मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर और विकास कार्यों पर जोर:
मुख्यमंत्री ने बताया कि हर घर बिजली योजना के तहत राज्य के हर घर में बिजली पहुंचाई गई है।
पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय राज्य के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है।
‘जीविका’ योजना के तहत अब 10 लाख 61 हजार स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं, जिनसे 1 करोड़ 31 लाख महिलाएं जुड़ी हैं।
बजट और आर्थिक सहयोग:
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2005 में बिहार का बजट केवल 30 हजार करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 3 लाख 17 हजार करोड़ रुपये हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के 2024 के बजट में बिहार के लिए विशेष आर्थिक सहायता की घोषणा की गई थी, जिसमें सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन और बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि का प्रावधान किया गया था। 2025 के बजट में बिहार के लिए मखाना बोर्ड की स्थापना, नए हवाई अड्डों के विकास, पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के लिए वित्तीय सहायता और पटना आईआईटी के विस्तार की घोषणा हुई है।
मेमोरेंडम का प्रस्तुतिकरण:
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने बिहार की आवश्यकताओं पर आधारित एक मेमोरेंडम तैयार किया है, जिसे आज आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया कि आयोग इस पर गंभीरतापूर्वक विचार करेगा।
सम्मान और संबोधन:
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया सहित अन्य सदस्यों को अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 18वें वित्त आयोग द्वारा तैयार मेमोरेंडम का भी अनावरण किया।
बैठक में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।