ट्रांसफर-पोस्टिंग विवाद पर रामकृपाल यादव का बड़ा खुलासा
दीपक कुमार तिवारी
पटना। बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद रामकृपाल यादव ने पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति आकंठ तक भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है, उसे मेरे ख्याल से भ्रष्टाचार पर बोलने का कोई नैतिक हक नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भ्रष्टाचार में शुरू से ही लिप्त रहा हो और जिसके कार्यकाल में शुरू से ही भ्रष्टाचार रहा हो ऐसा व्यक्ति अगर अपराध और भ्रष्टाचार की बात करे, तो इससे ज्यादा शर्म की बात और कुछ नहीं हो सकती है। अपराध और शर्म भी अपने आप में शर्मसार हो रहा है।
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी तेजस्वी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने दो दिन पहले ट्रांसफर पोस्टिंग पर अपनी राय दी थी। अपना नैतिक पतन करते हुए उन्होंने नीतीश कुमार के संबंध में एक या दो नहीं, बल्कि अनेक बातें कही। इसके बाद मैंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से सवाल किया था कि मेरे साथ किसी मंदिर में चलकर भगवान की कसम खाएं कि वो भ्रष्टाचारी हैं या नहीं। अगर वो मेरे साथ चलकर कसम खा लेंगे तो मैं उनकी हर बात का जवाब दूंगा।
उन्होंने आगे कहा कि अगर तेजस्वी यादव मेरे साथ मंदिर जाकर कसम खाने की हिम्मत नहीं रखते हैं, तो उन्हें भ्रष्टाचार के संबंध में कोई भी बात कहने का नैतिक हक नहीं है। इस बीच, उन्होंने पत्रकारों से आग्रहपूर्वक कहा कि आप मेरा जवाब मुझे दिलवा दीजिए। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें (तेजस्वी) यह बात भगवान को साक्षी मानकर मंदिर में कहनी होगी। उन्हें इस पर बोलने का कोई नैतिक हक नहीं और न ही हिम्मत है। तेजस्वी यादव खुद को जानते हैं कि वो कितने पानी में हैं। उन्होंने तेजस्वी को चुनौती देते हुए कहा कि मेरी यह छोटी-सी शर्त है। अगर वो मेरी शर्त को मान लेंगे, तो मैं उनकी हर बात का जवाब दूंगा।
उन्होंने कहा कि मैं अंदर की पूरी हकीकत के बारे में विस्तार पूर्वक बताऊंगा कि आखिर जमीनी हकीकत क्या है, लेकिन शायद उन्हें यह नहीं पता कि मुझे उनकी पूरी हकीकत के बारे में जानकारी है। एक भ्रष्टाचारी आदमी कुछ नहीं कर सकता, न ही वो अपने लोगों के लिए कुछ कर सकता है, न ही समाज के लिए और न ही अपने देश या प्रदेश के लिए। उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि आज बिहार की स्थिति राक्षस जैसी है। नीतीश कुमार के आसपास मौजूद उनके चेले अपनी राजनीतिक शक्तियों का दुरुपयोग कर डीआईजी की पोस्टिंग को भी रुकवा दे रहे हैं। ये लोग पैसा लेकर डीआईजी सहित अन्य पदों पर पोस्टिंग कर रहे हैं।