सिकंदराराऊ में धूमधाम से मनाया शिक्षक दिवस, संगोष्ठी एवं शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित
पूर्व एमएलसी और लखनऊ यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष रहे डॉ. राकेश सिंह राना ने मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत
द न्यूज 15 ब्यूरो
सिकंदराराऊ/हाथरस। हम सब यहां शिक्षक दिवस के अवसर पर एकत्रित हुए हैं। मैं सबसे पहले डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर सभी शिक्षकों को सादर प्रणाम करता हूं। पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के महान शिक्षकों में से एक थे। यह बात पूर्व एमएलसी और पूर्व लखनऊ यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष डॉ. राकेश सिंह राना ने सिकंदराराऊ में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी एवं शिक्षक सम्मान समारोह में कही। राकेश सिंह राना कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने हमेशा सभी छात्रों को मार्गदर्शन दिया। एक गरीब तेलुगु ब्राह्मण परिवार से आने वाले डॉ. राधाकृष्णन ने अपनी पूरी शिक्षा छात्रवृत्ति के माध्यम से पूरी की और राष्ट्र निर्माण में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई। कार्यक्रम में शिक्षकों के देश और समाज के उत्थान में योगदान की चर्चा करते हुए राकेश सिंह राना ने कहा कि एक अच्छे और श्रेष्ठ राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की भूमिका अहम रहती है। उनका कहना था कि बच्चों को जैसी शिक्षा दी जाएगी वैसा ही राष्ट्र का निर्माण होगा। आज के बच्चे बहुत ही विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं। उनको एक अच्छे अनुशासन व संस्कार युक्त शिक्षा की आवश्यकता है और यह तब ही सम्भव है जब शिक्षक अपनी भूमिका निर्धारण करें।
डॉ. राकेश सिंह राना ने कहा कि शिक्षक हमें जीवन में सफलता के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल देते हैं। शिक्षक हमारे व्यक्तित्व को तैयार करते हैं। चरित्र को ढालने और मूल्यों को स्थापित करने में मदद करते हैं। हमें एक अच्छा नागरिक भी बनाने में मदद करते हैं। इस अवसर पर राकेश सिंह राना ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी रिटायर्ड अध्यापक, अध्यापिकाओं का अंग वस्त्र और फूल माला पहनाकर, गीता की पुस्तक व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में आयोजक कमेटी ने राकेश सिंह राना को मोमेंट व अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया।