संजीत मोदी
जामुड़िया : सद्गुरु सदाफल देव विहंगम योग संस्थान द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदू नव वर्ष के अवसर पर स्वर्वेद शोभायात्रा निकाली गयी। इसी क्रम में सद्गुरु सदाफल देव निंघा आश्रम परिसर से मंगलवार की सुबह स्वर्वेद शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ आश्रम से शुरु होकर निंघा इलाके की परिक्रमा करते हुए वापस आश्रम में आकर समाप्त हुई। इस दौरान महिलाओं ने माथे पर सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज द्वारा रचित स्वर्वेद को रखा एवं अन्य महिलाओं एवं पुरुषों ने हाथ में ‘अ’ अंकित श्वेत ध्वजा लिए हुए थे।
शोभायात्रा के दौरान सभी शिष्य सद्गुरु देव भगवान और स्वर्वेद महाग्रंथ के जयकारे लगा रहे थे। शोभा यात्रा में पश्चिम बर्दवान जिले के बर्नपुर, रानीगंज,जामुड़िया,अंडाल,दुर्गापुर,पांडेश्वर, शालडागां, सहित विभिन्न क्षेत्र से काफी संख्या मे सद्गुरु के शिष्य शामिल हुए। स्वर्वेद यात्रा की सफलता के पश्चात श्रीपुर फांड़ी पुलिस के अधिकारी नाजिम खान एवं उपस्थित अन्य जवानों को आश्रम की ओर से सम्मानित किया गया। इस विषय पर ब्रह्मविद्या विहंगम योग संस्थान के राष्ट्रीय प्रचारक आलोक साहा ने बताया कि आज हिंदू नव वर्ष के अवसर पर ब्रह्मविद्या विहंगम योग संस्थान के विभिन्न क्षेत्रों मे स्वर्वेद शोभायात्रा निकाली गई।
इस स्वर्वेद शोभायात्रा का उद्देश्य है कि स्वर्वेद ग्रंथ में जो ज्ञान है वह ज्ञान जन-जन तक पहुंचे एवं हर घर में स्वर्वेद ग्रंथ हो। सभी लोग संसार में आकर अपने आध्यात्मिक जीवन का विकास कर सके। ब्रह्मविद्या वह ज्ञान है जो हमें मुक्ति का मार्ग दिखाता है। हमारा प्रयास यही है कि सभी लोग ब्रह्मविद्या का ज्ञान लेकर अपना आध्यात्मिक विकास करें। शोभायात्रा के पश्चात आश्रम परिसर में भजन का कार्यक्रम रखा गया। जिसमें दुर्गापुर से आई हुई कल्पना शुक्ला एवं उनकी टीम ने सद्गुरु भगवान के सुमधुर भजन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया । भजन के पश्चात भंडारा का भी आयोजन हुआ। कार्यक्रम में स्वर्वेद ग्रंथ की बांग्ला भाष्यकर्ता रीता साहा, आश्रम के संयोजक उमेश सिंह, सह संयोजक लल्लन सिंह, कोषाध्यक्ष भोला सिंह, अशोक सिंह, आश्रम के सेवक भीम कुमार, पांडेश्वर के आदित्य विश्वकर्मा, परासिया के गणेश बर्णवाल, श्यामसुंदर बर्णवाल, आसनसोल की सुशीला देवी, दुर्गापुर से राकेश शुक्ला, अंडाल से लालजी चौधरी एवं सरयुग प्रसाद ,सुब्रत मोदी,राजकुमार दास ने भरपुर सहयोग कर कार्यक्रम को सफल बनाया । कार्यक्रम को सफल बनाने में बर्नपुर की सीमा सिंह का विशेष योगदान रहा।