द न्यूज 15
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के सिविल लाइंस स्थित आवास पर गुरुावार को पायलट समर्थकों को मेला लग गया। सीएम अशोत गहलोत के निवास से दो सौ मीटर आगे जयपुर की सिविल लाइंस की सड़कों पर पायलट समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन किया। समर्थकों की भीड़ उमड़ी, जिसके चलते पुलिस को रास्ते रोकने पड़े। दरअसल, हाल ही में पालयट समर्थकों को नियुक्तियां हुई है। नियुक्ति पाने वाले नेता अपने समर्थकों के साथ पायलट के निवास पर धन्यवाद देने के पहुंच गए। इस दौरान समर्थकों ने पायलट जिंदाबाद के नारे भी लगाए।
3 साल के इंतजार के बाद मिला सत्ता सुख : करीब 3 साल से राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार कर रहे पायलट समर्थक विधायक गजराज खटाना और सुरेश मोदी अपने समर्थकों के साथ पायलट को धन्यवाद देने के लिए पहुंचे। अभिमन्यु पूनिया, सुचित्रा आर्य, करण सिंह उचियारड़ा और हरीश यादव अपने समर्थकों के साथ पायलट को धन्यवाद देने उनके आवास पर पहुंचे। कुछ ऐसे नेता भी पायलट के निवास पर पहुंचे जिन्हें राजनीतिक नियुक्तियां नहीं मिल पाई। कुछ ऐसे नेता भी पहुंचे जिन्हें जो सदस्य बनने से नाराज चल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रदेश सचिव रहे राजेश चौधरी और सुशील आसोपा ने खुद को मिले सदस्य के पदों को अस्वीकार कर दिया। ये दोनों नेता पायलट गुट के माने जाते हैं। लेकिन इन्हें सिर्फ सदस्य बनाया गया। इसलिए नाराज चल रहे हैं।
सचिन पायलट के आवास पर जिस तरह से नाराज बताए जा रहे करण सिंह उचियारड़ा और अभिमन्यु पूनिया अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। उससे ऐसा लग रहा है कि पायलट ने अपने समर्थकों की नाराजगी को दूर कर दिया है। राजस्थान में दो चरणों में राजनीतिक नियुक्तियां दी गई है। राजनीतिक नियुक्तियां पाने में पायलट कैंप पूरी तरह से गहलोत कैंप पर हावी रहा है। पायलट समर्थकों को ज्यादा राजनीतिक नियुक्तियां मिली है। हालांकि, पद के हिसाब से गहलोत कैंप के नेताओं को अहम पद मिले हैं।
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के सिविल लाइंस स्थित आवास पर गुरुावार को पायलट समर्थकों को मेला लग गया। सीएम अशोत गहलोत के निवास से दो सौ मीटर आगे जयपुर की सिविल लाइंस की सड़कों पर पायलट समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन किया। समर्थकों की भीड़ उमड़ी, जिसके चलते पुलिस को रास्ते रोकने पड़े। दरअसल, हाल ही में पालयट समर्थकों को नियुक्तियां हुई है। नियुक्ति पाने वाले नेता अपने समर्थकों के साथ पायलट के निवास पर धन्यवाद देने के पहुंच गए। इस दौरान समर्थकों ने पायलट जिंदाबाद के नारे भी लगाए।
3 साल के इंतजार के बाद मिला सत्ता सुख : करीब 3 साल से राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार कर रहे पायलट समर्थक विधायक गजराज खटाना और सुरेश मोदी अपने समर्थकों के साथ पायलट को धन्यवाद देने के लिए पहुंचे। अभिमन्यु पूनिया, सुचित्रा आर्य, करण सिंह उचियारड़ा और हरीश यादव अपने समर्थकों के साथ पायलट को धन्यवाद देने उनके आवास पर पहुंचे। कुछ ऐसे नेता भी पायलट के निवास पर पहुंचे जिन्हें राजनीतिक नियुक्तियां नहीं मिल पाई। कुछ ऐसे नेता भी पहुंचे जिन्हें जो सदस्य बनने से नाराज चल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रदेश सचिव रहे राजेश चौधरी और सुशील आसोपा ने खुद को मिले सदस्य के पदों को अस्वीकार कर दिया। ये दोनों नेता पायलट गुट के माने जाते हैं। लेकिन इन्हें सिर्फ सदस्य बनाया गया। इसलिए नाराज चल रहे हैं।
सचिन पायलट के आवास पर जिस तरह से नाराज बताए जा रहे करण सिंह उचियारड़ा और अभिमन्यु पूनिया अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। उससे ऐसा लग रहा है कि पायलट ने अपने समर्थकों की नाराजगी को दूर कर दिया है। राजस्थान में दो चरणों में राजनीतिक नियुक्तियां दी गई है। राजनीतिक नियुक्तियां पाने में पायलट कैंप पूरी तरह से गहलोत कैंप पर हावी रहा है। पायलट समर्थकों को ज्यादा राजनीतिक नियुक्तियां मिली है। हालांकि, पद के हिसाब से गहलोत कैंप के नेताओं को अहम पद मिले हैं।