वर्तमान समय में ऐसे बहुत से मामले देखने को मिल रहे हैं. जहां धार्मिक स्थालो पर पथराव किया जाता है और जमकर बवाल होता है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है रांची के नगड़ी से जहां प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा के दौरान शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। पूरा इलाका रणक्षेत्र बन गया। दो पक्ष के लोग आमने-सामने हो गए और दोनों पक्षों की ओर से जमकर पथराव और लाठी-डंडे भी चले। साथ ही कई राउंड फायरिंग किए जाने का आरोप भी लगाया गया। हालांकि पुलिस ने फायरिंग की पुष्टि नहीं की है। इस घटना में लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है. दंगे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की ओर से नगड़ी अंचल क्षेत्र में अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। वहीं वारदात के बाद जिला प्रशासन ने नगड़ी इलाके में धारा 144 लागू कर दी. दंगे की सूचना मिलने के बाद उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा, ग्रामीण एसपी मनीष टोप्पो, सिटी एसपी राजकुमार मेहता पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। भीड़ पुलिस से भी उलझ गयी। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। घटना के दौरान भीड़ ने एक दर्जन से ज्यादा वाहनों में तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं भीड़ ने राहगीरों के साथ भी मारपीट की गई।
नगड़ी में शुक्रवार शाम करीब 7:30 बजे एक कतार में 25-30 प्रतिमाएं विसर्जन के लिए बड़ा तालाब ले जायी जा रही थीं. इस यात्रा में लोग नाचते-गाते आगे बढ़ रहे थे. जैसे ही यह शोभायात्रा रांची के नगड़ी चौक पर स्थित एक धार्मिक स्थल पर पहुंची वहां मौजूद दूसरे समुदाय के लोगों ने पहले समुदाय के लोगों को वहां से आगे जाने के लिए कहा. इस बात को लेकर दोनों पक्षों के लोगों में बकझक शुरू हो गयी। बात इतनी बढ़ गई कि मारपीट के बाद दोनों ओर से पथराव शुरू कर दिया गया। आरोप है कि एक धार्मिक स्थल से पहले पथराव शुरू हुआ। इसके बाद दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी होने लगी। हालत ऐसे थे कि सड़क पर पत्थर ही नजर आ रहा था। पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. दोनों पक्ष के लोग एक धार्मिक स्थल चौक पास हथियारों के साथ जमा हो गए। दोनों ओर से जमकर नारेबाजी भी हुई। घटना की जानकारी मिलने के बाद नगड़ी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया। मगर उपद्रव कर रहे लोगों ने पुलिस को खदेड़ दिया। इसके आधा घंटे बाद ही अतिरिक्त पुलिस फोर्स पहुंची। जिसके बाद भीड़ पर काबू पाया जा सका।