आल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा की बैनर तले हुआ धरना-प्रदर्शन
सहारा की संपत्ति बेचकर निवेशकों का भुगतान कराने की मांग
ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मोर्चा ने सहारा निवेशकों के भुगतान के लिए दिल्ली जंतर मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि सहारा के मामले में सरकारें ढुलमुल रवैया अपना रही हैं। निवेशकों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। सहारा की संपत्ति बेची जा रही है पर निवेशकों को कोई पैसा नहीं दिया जा रहा है। आंदोलन में सहारा रिफंड पोर्टल को लेकर केंद्र सरकार को घेरा गया। वक्ताओं ने सहारा रिफंड पोर्टल को सरकार का चुनावी जुमला करार दिया।
उन्होंने कहा कि सहकारिता मंत्रालय ने सुप्रीम से सेबी और सहारा खाते से 5000 करोड़ रुपये तो निकलवा लिये पर यह धनराशि निवेशकों को नहीं दी गई। आंदोलन में बात उठी कि सहकारिता राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा सुप्रीम कोर्ट में जाकर 80 हजार करोड़ रुपये मांगने की बात तो कर रहे हैं पर 5000 करोड़ रुपये अभी तक सहारा निवेशकों को नहीं दिये गये हैं। मंच से यह भी बात कही गई कि सहारा निवेशकों का भुगतान ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मोर्चा ही करवा सकता है। धरना प्रदर्शन में निवेशकों की पीड़ा देखने को मिली।
वक्ताओं से ओर से कहा गया कि भुगतान न होने से लगभग 5000 एजेंट आत्महत्या कर चुके हैं। निवेशक अपनी बेटियों की शादी नहीं करवा पा रहे हैं। बच्चों को नहीं पढ़ा पा रहे हैं। सहारा के चेयरमैन सुब्रत राय पर भड़ास निकालते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सुब्रत राय सहारा की संपत्ति को दबाए बैठा रहे। जिन बेटों के लिए उन्होंने सहारा निवेशकों की बददुआ ली वे ही बेटे उनको कंधा देने भी नहीं पहुंचे। सुब्रत राय के मरते ही सहारा की संपत्ति बिकनी शुरू हो गई है। प्रदर्शनकारियों से इस बात पर सवाल उठाये कि सहारा की जो संपत्ति बेची जा रही है वह पैसा कहां जा रहा है ? उन्होंने सरकार से मांग की कि सहारा की संपत्ति बेचकर निवेशकों को उनका भुगतान कराया जाए। इस अवसर पर ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के पदाधिकारियों ने ऐलान किया कि जब तक निवेशकों का भुगतान नहीं हो जाता तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे।
दिल्ली जंतर मंतर पर उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिमी बंगाल समेत देश के विभिन्न राज्यों से निवेशक आंदोलन करने आये थे। इस अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय देव शुक्ला, महासचिव नीरज शर्मा, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष संसार सिंह, बिहार के अध्यक्ष मोहित कुमार के अलावा बड़ी संख्या में पदाधिकारी और सहारा निवेशक मौजूद थे।