बीते सप्ताह राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कहा था कि भविष्य में भगवा झंडा राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है और यह लाल किले पर भी फहराया जा सकता है
द न्यूज 15
बेंगलुरु । कर्नाटक की भाजपा सरकार में मंत्री केएस ईश्वरप्पा के द्वारा भगवा झंडे को लेकर दिए गए बयान पर राज्य में बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस विधायक मंत्री केएस ईश्वरप्पा के इस्तीफा और उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। मंत्री ईश्वरप्पा के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में ही गद्दे और तकिये लगाकर रात गुजारी।
कांग्रेस विधायकों के द्वारा विधानसभा के अंदर गद्दे और तकिये बिछाने का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में कुछ विधायक जमीन पर बिछे गद्दे पर सोते हुए भी नजर आ रहे हैं। इसके अलावा कई विधायक सदन की बेंचों पर बैठे हुए भी दिखे। वहीं एक फोटो में कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार सहित कई कांग्रेस विधायक विधानसभा की कैंटीन में रात का भोजन करते हुए भी देखे गए। शुक्रवार सुबह को कई कांग्रेस विधायक विधानसभा के बाहर सीढ़ी पर बैठकर पेपर पढ़ते हुए भी देखे गए।
हालांकि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा समेत कई वरिष्ठ नेता प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस विधायकों को मनाने भी पहुंचे लेकिन भाजपा नेताओं को कोई फायदा नहीं हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि हमने करीब दो घंटे तक विपक्षी पार्टी के नेताओं को समझाने की कोशिश की और हमने उनसे कहा कि विधानसभा में नहीं सोएं। लेकिन वे नहीं माने। विधानसभा अध्यक्ष ने भी मनाने की कोशिश की लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
गौरतलब है कि बीते सप्ताह राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कहा था कि भविष्य में भगवा झंडा राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है और यह लाल किले पर भी फहराया जा सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि तिरंगा अभी भी राष्ट्रीय ध्वज है इसलिए सभी को इसका सम्मान करना चाहिए।
केएस ईश्वरप्पा के इस बयान के बाद कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में जमकर प्रदर्शन किया। लगातार दो दिनों तक सदन की कार्यवाही बाधित रही। कांग्रेस विधायक ईश्वरप्पा के मंत्रिमंडल से इस्तीफे और उनके खिलाफ देशद्रोह की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। हालांकि ईश्वरप्पा ने भी इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है और कहा कि मेरे इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता है। मैं एक देशभक्त हूं जो आपातकाल के दौरान जेल भी गया। इसलिए जो विरोध कर रहे हैं उन्हें करने दें लेकिन मैं हिलने वाला नहीं हूं।