अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की 3 दिवसीय बैठक अहमदाबाद में संपन्न हुई। विदेशों में भारत की सही तस्वीर पेश करने के लिए RSS ने एक मेगा प्लान तैयार किया है।
द न्यूज 15
नई दिल्ली । आरएसएस ने विदेशी और घरेलू स्तर पर देश के बारे में गलतफहमी फैलाने के प्रयासों का मुकाबला करने के लिए भारत का तथ्य-आधारित आख्यान पेश करने के लिए शोधकर्ताओं, लेखकों और राय निर्माताओं के साथ सहयोग करने का फैसला किया है। संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी ने ये जनकारी दी।संघ के लिए शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की अहमदाबाद में तीन दिवसीय बैठक के दौरान भारतीय समाज, उसके हिंदू समुदाय, उसके इतिहास, संस्कृति और जीवन शैली की एक सच्ची तस्वीर पेश करने के तरीकों सहित इस और कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक के आखिरी दिन पत्रकारों से बात करते हुए आरएसएस सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने कहा कि, “भारत और विदेशों में, भारत से संबंधित विषयों पर गलतफहमी फैलाने के प्रयास या तो अनजाने में या जानबूझकर किए जाते हैं। अंग्रेजों के जमाने से लेकर अब तक यह जारी है।” दत्तात्रेय होसबाले ने आगे कहा कि, “इस वैचारिक आख्यान को बदलने और तथ्यों पर आधारित भारत के एक भव्य आख्यान को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। भारत के विषयों, उसके हिंदू समुदाय, उसके इतिहास, संस्कृति, जीवन शैली पर समाज के सामने एक सच्ची तस्वीर पेश करने की जरूरत है।”
संघ की गतिविधि 50% मंडलों तक पहुंची: दत्तात्रेय होसबले ने कहा कि संघ के विस्तार पर भी चर्चा हुई, क्योंकि संघ 2025 में अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। विस्तार भौगोलिक और गतिविधियों के संदर्भ में शामिल है। उन्होंने कहा कि संघ की गतिविधियां देशभर के 50 प्रतिशत मंडलों में पहुंच गई हैं, जिसमें दैनिक शाखाएं और साप्ताहिक बैठकें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दो वर्षों में अपनी विस्तार योजनाओं को पूरा करना संघ की योजना है।
यूपी में हर न्याय पंचायत तक पहुंचेगी संघ की शाखा: अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक में निर्णय किया गया कि संघ अपने शताब्दी वर्ष (2025) तक यूपी की न्याय पंचायतों तक शाखाओं का विस्तार करेगा। इसके साथ ही संघ राष्ट्रवाद से जुड़ी गतिविधियों को गांव – गांव तक पहुंचाने के लिए शताब्दी विस्तारक अभियान चलाएगा।
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण निधि अभियान की सफलता की सराहना की गई। बैठक में यूपी चुनाव के नतीजों की प्रशंसा भी की गई और अब स्वयंसेवकों को शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम में सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया।