जयपुर | मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जो पहले पेट्रोल और डीजल पर वैट कम नहीं करने पर अड़े थे, आखिरकार राजस्थान में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स में कटौती की संभावनाओं का संकेत देते हुए यू-टर्न लेते नजर आ रहे हैं।
केंद्र सरकार की पहल के बाद कई राज्य सरकारों ने वैट में कमी की है।
जोधपुर के जलेली फौजदार गांव में मंगलवार को आयोजित एक बैठक में गहलोत ने कहा, “जब सभी राज्यों ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम किए हैं तो हमें भी कम करना होगा।”
इससे पहले गहलोत यह कहते हुए अड़े रहे कि इस कटौती से राज्य की आय पर असर पड़ेगा।
उन्होंने पहले कहा था, “राज्य की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब है। ऐसे में हम पेट्रोल और डीजल पर वैट कम नहीं करेंगे।”
कांग्रेस शासित पंजाब ने भी हाल ही में वैट कम किया है। आखिरकार, राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य रह गया है जहां पेट्रोल और डीजल सबसे महंगे हैं।
जलेली फौजदार गांव के अपने दौरे के दौरान उन्होंने बैठक में कहा, “हमारी सरकार पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कर लोगों को राहत भी देगी।”
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर जबरन टैक्स लगाकर लोगों को खूब लूटा है। अब थोड़ी राहत दी गई है। केंद्र सरकार को पेट्रोल-डीजल पर टैक्स और कम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में वैट में कमी से होने वाले नुकसान का वहन राज्य सरकार करेगी।