चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आने वाले हैं, लेकिन इलेक्शन के दौरान आपसी कलह से जूझने वाली कांग्रेस में एक बार फिर से रार छिड़ गई है। इंडिया टुडे माय एक्सिस, टाइम्स नाउ और जन की बात समेत कई एग्जिट पोल में कांग्रेस को ज्यादा से ज्यादा 30 सीटें ही मिलने का अनुमान जताया गया है। साफ है कि कांग्रेस पार्टी पंजाब की सत्ता में वापसी नहीं कर रही है। ऐसे में कांग्रेस में लड़ाई छिड़ गई है और इन संभावित नतीजों के लिए एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ा जा रहा है। इनमें भी ज्यादातर नेताओं के निशाने पर प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू हैं।
एग्जिट पोल मेें आप को बहुमत मिलने का है अनुमान : इंडिया टुडे माय एक्सिस के एग्जिट पोल की बात करें तो आम आदमी पार्टी को 41 फीसदी वोटों के साथ 76 से 90 सीटें मिल सकती हैं। कुल 117 सीटों वाली विधानसभा में आप को यदि यह आंकड़ा मिलता है तो फिर बंपर बहुमत ही कहलाएगा। यही नहीं कांग्रेस के आंतरिक सर्वे में भी पार्टी की हालत बुरी रहने का अनुमान जाहिर किया गया है। मतदान का प्रतिशत कम रहने, 5 साल में वादे पूरे न होने और आपसी कलह को पार्टी नतीजे खिलाफ जाने की वजह मान रही है। हालांकि सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का कहना है कि नतीजे ईवीएम खुलने पर ही आएंगे। हमें उसका इंतजार करना चाहिए।
इस बीच अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह आहूजा ने नवजोत सिंह सिद्धू के कामकाज और उनके व्यवहार पर सवाल खड़ा किया है। कांग्रेस के एक और सांसद मनीष तिवारी ने भी सिद्धू का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा है। उन्होंने सिद्धू के पंजाब मॉडल पर अटैक करते हुए ट्वीट किया, ‘चुनाव राजनीति की शुरुआत या अंत नहीं होते। क्या आप बच्चों के रोने के वीडियोज नहीं देख पाते? क्या यही आपका पंजाब मॉडल है।’ राज्यसभा सांसद शमशेर सिंह डुल्लो ने तो टिकट तक बेचे जाने का आरोप लगा दिया है। पूर्व सीएम राजिंदर कौर भट्टल ने एक नया विवाद यह कहते हुए खड़ा कर दिया है कि यदि आप को बहुमत नहीं मिलता है तो फिर कांग्रेस उसका समर्थन करेगी। माना जा रहा है कि यदि पंजाब में कांग्रेस की हार होती है तो फिर राज्य में बड़े फेरबदल देखने को मिल सकते हैं।