राम नरेश
पटना। लोकसभा चुनाव के नतीजों से स्पष्ट है कि बिहार में जनता ने दल-बदल करने वाले दलबदलू नेताओं को बड़े पैमाने पर नकार दिया है।पूर्णिया से एक बागी उम्मीदवार पप्पू यादव विजेता के रूप में उभरे हैं।
बिहार की जनता ने छः दलबदलुओं में से चार को नकार दिया। तीन उम्मीदवार नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) को छोड़कर लालू प्रसाद की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में चले गए। दो ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़कर कांग्रेस और राजद जॉइन की। एक राजद से जदयू में चला गया।
दलबदलुओं में जीतने वालों में शिवहर से जेडीयू की लवली आनंद, औरंगाबाद से राजद के अभय कुमार सिन्हा शामिल हैं। राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने पूर्णिया में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और जेडीयू के दलबदलू राजद प्रत्याशी बीमा भारती को हराया।
लवली आनंद आरजेडी छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गई थीं। जेडीयू ने लवली आनंद को शिवहर से मैदान में उतारा। उन्होंने आरजेडी की रितु जायसवाल को 29,143 वोटों से पीछे छोड़ते हुए जीत हासिल की।
जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हुए अभय कुमार सिन्हा ने औरंगाबाद सीट पर 4 लाख 65 हजार 567 वोटों से जीत हासिल की। उन्होंने बीजेपी के सुशील कुमार सिंह को 79 हजार 111 वोटों से हराया।
जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हुईं मंत्री और पांच बार की विधायक बीमा भारती पूर्णिया लोकसभा सीट पर तीसरे स्थान पर रहीं, उन्हें सिर्फ़ 27,120 वोट मिले।
वाल्मीकि नगर सीट से टिकट न मिलने पर अप्रैल में भाजपा छोड़कर राजद में शामिल हुए दीपक यादव भी जदयू के सुनील कुमार से 98,675 वोटों से हार गए। उनकी उम्मीदवारी इसलिए उल्लेखनीय रही क्योंकि राजद नेता तेजस्वी यादव ने पार्टी में शामिल होने के तुरंत बाद दीपक को वाल्मीकि नगर से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया।
मार्च में जेडीयू से आरजेडी में शामिल हुए एक और दलबदलू मोहम्मद अली अशरफ फातमी मधुबनी निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी के अशोक कुमार यादव से 1.5 लाख से ज़्यादा वोटों से हार गए। फातमी ने इस्तीफे की वजह सीएम कुमार के बीजेपी के साथ गठबंधन करने को बताया था।
बिहार की मुजफ्फरपुर सीट पर मतदाता ने एक दलबदलू को नकार दिया। वहीं दूसरे को जिताकर संसद भेज दिया। दरअसल 2019 में भाजपा के टिकट पर मुजफ्फरपुर सीट जीतने वाले अजय निषाद ने टिकट कटने पर पार्टी छोड़ दी। अजय निषाद अप्रैल में कांग्रेस में चले गए थे। कांग्रेस ने अजय निषाद को मुजफ्फरपुर से टिकट दे दिया।
वहीं वीआईपी छोड़कर राजभूषण चौधरी बीजेपी में शामिल हो गए।चुनाव नतीजे सामने आए तो बीजेपी के राज भूषण चौधरी ने कांग्रेस के अजय निषाद को 2.34 लाख से अधिक मतों से हराया।