द न्यूज 15
नई दिल्ली। राजनीति में न कोई दोस्त होता है और न ही दुश्मन। आलोचना तारीफ तो राजनीति का एक हिस्सा है। जो शरद पवार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लगातार निशाना साध रहे थे वे ही पवार देश की राजधानी में आकर प्रधानमंत्री से मिले हैं। संजय राउत पर ईडी के छापे के बाद शरद पवार की प्रधानमंत्री से मुलाकात के कई मतलब निकाले जा रहे हैं। मुलाकात के बाद शरद पवार के भतीजे अजित पवार से कहा है कि बैठक का कोई मतलब न निकाला जाये। यह भी अपने आप में प्रश्न है कि यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियां जांच-पड़ताल कर रही हैं। यह अपने आप में दिलचस्प है कि इस बैठक से कुछ समय पहले ही महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को सीबीआई हिरासत में लिया गया था। ज्ञात हो कि एक दिन पहले ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच में शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क कर ली है। राउत का कहना है कि महाराष्ट्र जैसे राज्य जो भाजपा शासित राज्य नहीं है। वहां पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। शिवसेना नेता का कहना है कि दिल्ली से लोग आते हैं और हमारे लोगों के घरों में घुस जाते हैं। उनका कहना है कि न नोटिस, न वारंट, न कोई समन। ठीक है, देख लेंगे। उन्होंने वक़्त के बदलने और उनका वक्त आने की बात कही है। उधर, अजित पवार ने इस मीटिंग का ज्यादा कुछ मतलब नहीं निकालने की बात कही है।
नई दिल्ली। राजनीति में न कोई दोस्त होता है और न ही दुश्मन। आलोचना तारीफ तो राजनीति का एक हिस्सा है। जो शरद पवार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लगातार निशाना साध रहे थे वे ही पवार देश की राजधानी में आकर प्रधानमंत्री से मिले हैं। संजय राउत पर ईडी के छापे के बाद शरद पवार की प्रधानमंत्री से मुलाकात के कई मतलब निकाले जा रहे हैं। मुलाकात के बाद शरद पवार के भतीजे अजित पवार से कहा है कि बैठक का कोई मतलब न निकाला जाये। यह भी अपने आप में प्रश्न है कि यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियां जांच-पड़ताल कर रही हैं। यह अपने आप में दिलचस्प है कि इस बैठक से कुछ समय पहले ही महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को सीबीआई हिरासत में लिया गया था। ज्ञात हो कि एक दिन पहले ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच में शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क कर ली है। राउत का कहना है कि महाराष्ट्र जैसे राज्य जो भाजपा शासित राज्य नहीं है। वहां पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। शिवसेना नेता का कहना है कि दिल्ली से लोग आते हैं और हमारे लोगों के घरों में घुस जाते हैं। उनका कहना है कि न नोटिस, न वारंट, न कोई समन। ठीक है, देख लेंगे। उन्होंने वक़्त के बदलने और उनका वक्त आने की बात कही है। उधर, अजित पवार ने इस मीटिंग का ज्यादा कुछ मतलब नहीं निकालने की बात कही है।