नई दिल्ली| पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि शांति और स्थिरता को मजबूत करने में मदद के लिए तालिबान की इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान (आईईए) सरकार के साथ बातचीत जारी रहनी चाहिए। अफगानिस्तान में संकट पर गुरुवार को इस्लामाबाद में ट्रोइका प्लस की बैठक को संबोधित करते हुए कुरैशी ने कहा कि वर्तमान में चार देशों, अमेरिका, चीन, रूस और पाकिस्तान के समूह ने अधिक महत्व प्राप्त कर लिया है और इसे महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उनके अनुसार, ट्रोइका प्लस को विश्वास है कि आईईए सरकार के साथ उनका जुड़ाव ‘शांति और स्थिरता को मजबूत करने, सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और आतंकवादी समूहों के लिए जगह कम करने में मदद करेगा।’
“कोई भी गृहयुद्ध में फिर से आना नहीं चाहता है, कोई भी आर्थिक पतन नहीं चाहता है जो अस्थिरता को बढ़ावा देगा। हर कोई चाहता है कि अफगानिस्तान के अंदर काम कर रहे आतंकवादी तत्वों से प्रभावी ढंग से निपटा जाए। और हम सभी एक नए शरणार्थी संकट को रोकना चाहते हैं, सभी क्षेत्रीय देशों की चिंताएं हैं और देश की शांति और स्थिरता में साझा हित हैं।”
उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति ध्वस्त होने के कगार पर है और यह जरूरी है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अफगानों को तत्काल मानवीय सहायता प्रदान करे।
उन्होंने यह भी कहा, “स्वास्थ्य, शिक्षा और नगरपालिका सेवाओं पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।”
अफगानिस्तान को अपने फ्रीज हुए धन का उपयोग करने में सक्षम करना ट्रोइका प्लस के ‘आर्थिक गतिविधियों को पुन: उत्पन्न करने और अर्थव्यवस्था को स्थिरता की ओर ले जाने के प्रयासों’ से जुड़ा होगा।