अयोध्या, अयोध्या में सोमवार को स्थिति शांतपूर्ण है और तनाव के कोई संकेत नहीं मिले हैं, हालांकि सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कहा है कि इस दिन को चिह्न्ति करने के लिए कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होगा, लेकिन राम मंदिर के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने एक बयान में कहा, “6 दिसंबर पूरे देश के लिए एक बड़ा दिन है। इसलिए विहिप शाखा बजरंग दल 6 दिसंबर को ‘शौर्य दिवस’ के रूप में मना रही है। पहले की तरह ही इसे चिह्न्ति करने के लिए दिन में कार्यक्रम होंगे। यह कार्यक्रम भी उसी तरह आयोजित किए जाएंगे।”
हालांकि, बयान में उन्होंने यह भी कहा कि राम मंदिर बनने के बाद वह मथुरा के मुद्दे को उठाएंगे। कुमार ने बयान में कहा, “राम मंदिर के गर्भगृह में श्री रामलला के विराजमान होने के बाद चर्चा होगी। 2024 में मथुरा विवाद पर विचार करेंगे।”
अयोध्या के मुस्लिम समुदाय ने कहा कि वह विध्वंस के बाद हुई हिंसा में मारे गए लोगों के लिए प्रार्थना के अलावा कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं करेंगे। मामले के वादियों में से एक हाजी महबूब ने कहा कि अब फैसला मंदिर के पक्ष में आया है.. इसलिए किसी कार्यक्रम की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर कोई मथुरा के बारे में गलत इरादा रखता है तो वह कड़ा जवाब देंगे।
बाबरी मस्जिद विध्वंस की 30वीं बरसी को देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रशासन ने छह दिसंबर को होने वाली किसी भी घटना पर नजर रखने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है।
अयोध्या मंदिर शहर और जिले को कई सुरक्षा क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और संवेदनशील बिंदुओं पर बलों को तैनात किया गया है। सभी मजिस्ट्रेटों को अयोध्या और फैजाबाद के जुड़वां शहरों में सभी छोटी और बड़ी घटनाओं पर चौबीस घंटे निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।