नई दिल्ली, उत्तराखंड में जोर शोर से चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने के लिए, पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के पहले चुनावी दौरे की तैयारी कर ली है। 16 दिसंबर को राहुल गांधी देहरादून पहुंचकर एक जनसभा को संबोधित करेंगे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शनिवार को देहरादून में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के इस चुनावी दौरे के कुछ दिन बाद ही राहुल गांधी का दौरा पार्टी की ओर से तय किया गया है। पार्टी के अनुसार राहुल गांधी का यह दौरा बांग्लादेश युद्ध में पाकिस्तान पर एक निर्णायक जीत के लिए विजय दिवस पर शहीदों के परिजनों के सम्मान और शहीदों को श्रद्धांजलि देने के रूप में दर्शाया जा रहा है लेकिन चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी का यह पहला दौरा होगा।
पार्टी के अनुसार राहुल इस दौरान जहां देहरादून में सैनिकों को सम्मान और शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए नजर आएंगे। वहीं दूसरी तरफ वो एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। हालांकि पार्टी ने अभी तक जनसभा के लिए स्थान निर्धारित नहीं किया है।
वहीं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के अनुसार राज्य में परिवर्तन यात्रा का तीसरा चरण जल्दी ही शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि अगर उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार आती है तो कहा कि युवाओं, महिलाओं और अन्य वर्गों के लिए कई पेंशन योजनाएं शुरू की जाएंगी। युवाओं को पहले साल से ही नौकरी और बेरोजगारी भत्ता देंगे। लड़कियों-महिलाओं को भी अधिक संख्या में पुलिस में भर्ती दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में महज एक महीने का ही वक्त शेष है इसे देखते हुए सभी राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय नेताओं का उत्तराखंड दौरा जारी है। बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस चुनावी तैयारियों में जोर-शोर से जुटी है। कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव के अनुसार पार्टी कार्यकर्ता लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के उत्तराखंड दौरे की मांग कर रहे थे। इसे देखते हुए राहुल गांधी के इस चुनावी दौरे की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के देहरादून पहुंचने से ना सिर्फ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को बल मिलेगा बल्कि आगामी चुनाव को कांग्रेस पार्टी एक नई दिशा दे पाएगी।
उम्मीद लगाई जा रही है कि इसी माह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी उत्तराखंड में एक जनसभा को संबोधित कर सकते हैं।