सिल्क्यारा सुरंग से निकाले गए एक मजदूर ने नीतीश कुमार पर क्यों भड़ास निकाली ? सुरंग से निकाले गए मजदूरों के मामले में कैसे घिर रहे हैं नीतीश कुमार ? नीतीश कुमार की राजनीति किस ओर जा रही है ? ये सब प्रश्न आज की तारीख में बिहार के मुख्यमंत्री के पीछे पड़े हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं कि बेचारे चारों ओर से घिरते जा रहे हैं। कभी विधानसभा में अश्लील भाषा बोलने पर तो कभी अपने ही विधानसभा अध्यक्ष से भिड़ने के मामले में और कभी हिंदुओं के त्योहारों की छुट्टी काटने में तो अब उत्तराखंड में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के मामले में।
इसे नीतीश कुमार के लिए परेशानी खड़ी होना ही कहा जाएगा कि अब उत्तराखंड में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग मामले में उन पर उंगली उठ रही है। सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को सकुशल निकाल जाने के बाद जहां बीजेपी की राज्य और केंद्र सरकार की तारीफ हो रही है वहीं इन मजदूरों में से बिहार के एक मजदूर ने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है।
इस मजदूर ने कहा है कि सभी प्रदेशों ने अपने मजदूरों की सुध लेने के लिए अपने अधिकारियों को सुरंग के पास भेजा पर नीतीश कुमार ने किसी अधिकारी को उनकी खबर लेने के लिए नहीं भेजा। इस मजदूर ने यह भी नाराजगी जताई है कि उनके किसी रिश्तेदार से भी सरकार ने कोई बात नहीं की।
दरअसल जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मजदूरों से मिलने पहुंचे थे तब बिहार के इस मजदूर ने यह शिकायत की। इस मजदूर ने धामी से कहा कि सभी राज्य सरकारों ने अपने-अपने राज्यों के फंसे मजदूरों का हाल चाल जानने के लिए अपने अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजा था पर हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न तो किसी को भेजा और न ही हमारे घर पर कोई गया। इस मजदूर ने पीड़ा व्यक्त की है कि मुझे नहीं पता कि हमने क्या गलती की थी जो हमारे साथ ऐसा किया गया।
दरअसल नीतीश कुमार ऐसा कुछ कर रहे हैं कि उनसे जवाब देता नहीं बन रहा है। जनसंख्या मामले में जहां उनको विधानसभा में अश्लील भाषा का इस्तेमाल करने पर माफ़ी मांगनी पड़ी वहीं अब सिल्क्यारा सुरंग मामले में अब नीतीश कुमार कुछ नहीं बोल पा रहे हैं।