Noida News : आज से घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाएंगी पल्स पोलियो की टीम, जनपद में 3.96 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य
नोएडा । जनपद में रविवार (18 सितम्बर) को पल्स पोलियो अभियान शुरू हुआ। संयुक्त जिला अस्पताल में जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने एक बच्चे को ड्रॉप पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। जिलाधिकारी ने शून्य से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने की अपील की है। उद्घाटन अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने भी बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलायी। इस अवसर पर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. पवन कुमार, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. आरके सिंह, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. उबेद, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया 19 से 23 सितम्बर तक घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम पोलियो की दवा पिलाएंगी। रविवार को 12 सौ बूथों पर बच्चों को पोलियो की खुराक दी गयी। अभियान के तहत जनपद में 3.96 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य तय किया गया है।
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. उबेद ने बताया -पोलियो का टीका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी शामिल है । पल्स पोलियो की दवा जन्म के समय ही दी जाती है। इसके अलावा छह, दस और चौदह सप्ताह पर भी यह ड्रॉप पिलायी जाती है। इसकी बूस्टर खुराक सोलह से चौबीस महीने की आयु में भी दी जाती है। भारत सरकार के नेशनल हेल्थ पोर्टल पर 23 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक पोलियो के दो सौ संक्रमणों में से एक संक्रमण अपरिवर्तनीय पक्षाघात (आमतौर पर पैरों में) में बदल जाता है। ऐसे में इस जटिल बीमारी के प्रति संपूर्ण प्रतिरक्षण अति आवश्यक है ।
डा उबेद ने कहा-पल्स पोलियो की दवा सुरक्षित और असरदार है । इसके प्रति मिथक और भ्रांतियों के कारण पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो का उन्मूलन नहीं हो सका, जबकि भारत में पोलियो उन्मूलन संभव हो गया। चूंकि पड़ोसी देशों में पोलियो के वायरस मौजूद हैं, इसलिए एहतियातन भारत में भी शून्य से पांच वर्ष तक के हर बच्चे को पोलियो से पूर्ण प्रतिरक्षित किया जाना अनिवार्य है । इसलिए प्रत्येक अभिभावक का दायित्व है कि वह शून्य से पांच वर्ष तक के अपने बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं।