नई दिल्ली| स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के लक्ष्यों को प्राप्त करने में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) अपने क्षेत्र के नागरिकों को प्रोत्साहित कर रही है। एनडीएमसी के अध्यक्ष धर्मेद्र ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में एनडीएमसी के प्रथम रैंक के लिए सभी हितधारकों को बधाई दी और एनडीएमसी की आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के लिए 7 स्टार रेटिंग का लक्ष्य निर्धारित किया है। पालिका परिषद की सचिव ईशा खोसला ने बताया, “साफ, सफाई और स्वच्छता के आधार पर होटलों, आरडब्ल्यूए, एमटीए, अस्पतालों, शैक्षणिक संस्थानों और कार्यालयों की रैंकिंग के लिए कई प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इसके माध्यम से सभी हितधारकों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करते हुए तीन-स्तरीय गुणवत्ता जांच द्वारा उनका उत्साह बढ़ाया गया।”
इन प्रतियोगिताओं में की गई रैंकिंग के आधार पर पुरस्कार विजेताओं को प्रथम स्थान के लिए 8000 रुपये दूसरे स्थान के लिए 4000 और तीसरे स्थान के लिए 3000 रुपये की पुरस्कार राशि दी गई।
इस मौके पर केंद्रीय श्रममंत्री भूपेंद्र यादव ने भी ट्वीट कर कहा कि यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पर्यावरण भवन एनडीएमसी क्षेत्र में कार्यालयों की श्रेणी में स्वच्छता रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है।”
वहीं स्वच्छता रैंकिंग में कार्यालयों में प्रथम स्थान पर मोरारजी देसाई योगा इंस्टीट्यूट रहा है। यदि नई दिल्ली के होटल्स की बात की जाए तो द ताजमहल होटल ने प्रथम रैंकिंग और द लीला पैलेस ने दूसरा स्थान हासिल किया है।
नई दिल्ली के अस्पतालों में प्राइम्स सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल ने प्रथम स्थान हासिल किया, वहीं चरक पालिका अस्पताल को दूसरा स्थान मिला।
एनडीएमसी द्वारा सुझाव दिया गया है कि प्रत्येक आवासीय कल्याण समिति (आरडब्ल्यूए), मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन (एमटीए) और स्थानीय समुदाय स्तर पर संगठनों को स्वच्छता के बारे में लोगों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूक करने के लिए ‘स्थानीय स्वच्छता प्रकोष्ठ’ का गठन करना चाहिए।
वहीं यह स्वच्छता प्रकोष्ठ को स्वच्छ भारत मिशन 2.0 और स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्थानीय/क्षेत्रीय स्तर पर गतिविधियों पर जोर देना चाहिए।
पालिका परिषद के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने नई दिल्ली क्षेत्र के नागरिकों से अपील की है कि वे पालिका परिषद के द्वारा 7 स्टार रेटिंग प्राप्त करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों और कदमों में सहयोग करें। उन्होंने कहा, “परिषद क्षेत्र के नागरिकों और संस्थाओं के सहयोग के बिना हम किसी भी मिशन के किसी भी लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकते, जब तक कि प्रत्येक नागरिक की ऐसे प्रयासों में सक्रिय भागीदारी न हो।