कटाव नही रुका तो पांच हजार की आबादी हो सकती प्रभावित
मोतिहारी । जिले में गण्डक नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही पुछरिया के मलाही टोला गांव पर एक बार फिर से गण्डक नदी से कटाव शुरू हो गया हैं। जिसके कारण पुछरिया मलाही टोला के का अस्तिव मिटने के कगार पर पहुच गया हैं। ग्रामीण अरुण तिवारी ,राघव सिंह,रविरंजन सिंह, रामचन्द्र सिंह, नवल सिंह, सूरज यादव,विनोद सहनी ,बुनिलाल सहनी, चन्द्रकिशोर सहनी आदि बताया की कटाव तेजी से जारी हैं। लेकिन जल संसाधन विभाग केवल जाएजा ले रहा है।अगर समय रहते कटावरोधी कार्य नही हुआ तो कटाव स्थल से महज पांच से दस मीटर की दूरी से गांव शुरू हैं इसे नहीं रोका गया तो रातों रात कई आवासीय गण्डक नदी में समाहित हो सकता हैं।जिसमें लगभग पांच से दस हजार की आबादी प्रभावित हो सकती हैं ।पूर्व में ग्रामीणों की मांग थी कि बोरी में ईंट के टुकड़ा भर पक्का कटावरोधी कार्य कराया जाय लेकिन विभाग एक माह पूर्व बोरी में बालू भर कर हाथी पाव विधि से कटावरोधी कार्य किया जो किसी काम का नहीं रहा और कटाव रोकने के लिए संवेदको द्वारा डाली गई बोरी नदी में समाहित हो चुका हैं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि समय रहते गांव को नहीं बचाने की कवायद विभागीय स्तर से शुरू नहीं जाता हैं तो गांव को बचाने के लिए ग्रामीणों को मजबूरन सड़क पर। उतर कर आंदोलन शुरू करना पड़ेगा।प्रमुख सुनीता देवी के प्रतिनिधि नितेश कुमार ने जल्द से जल्द कटावरोधी कार्य कराने की मांग किया हैं ताकि तत्काल गांव को किसी तरह बचाया जा सके।अगर जल संसाधन विभाग देरी करता हैं कटाव नही रुका तो पुछरिया गांव दस हजार की आबादी का जिम्मेदार कौन होगा।