नई दिल्ली | उत्तर प्रदेश में तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा में नौ लोगों की मौत हो गई थी, जिससे अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुनावी संभावनाओं को नुकसान होगा। एबीपी-सीवोटर-आईएएनएस 5-स्टेट स्नैप पोल ने यह जानकारी दी। सर्वे के मुताबिक 62 फीसदी मतदाताओं को लगता है कि इस मुद्दे से विधानसभा चुनाव में भगवा पार्टी को नुकसान होगा, जबकि सिर्फ 21.5 फीसदी को लगता है कि इससे बीजेपी को मदद मिलेगी। कुल 16 फीसदी लोगों का मानना है कि इसका चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
2019 के क्रॉस टेबुलेशन के अनुसार, 48.4 प्रतिशत भाजपा मतदाता, 64 प्रतिशत कांग्रेस मतदाता, 80.6 प्रतिशत समाजवादी पार्टी (सपा) मतदाता, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 77.1 प्रतिशत और अन्य राजनीतिक दलों के 68.6 प्रतिशत मतदाताओं का आरोप है कि इस घटना से नुकसान होगा। आने वाले चुनाव में भगवा पार्टी बीजेपी के केवल 28.2 फीसदी, कांग्रेस के 20 फीसदी, सपा और बसपा के 12.9 फीसदी और 14 फीसदी अन्य लोगों को लगता है कि इससे बीजेपी को मदद मिलेगी।
बीजेपी के कुल 22.2 फीसदी, कांग्रेस के 16 फीसदी, सपा के 6.5 फीसदी, बसपा के 10 फीसदी और 17.4 फीसदी और अन्य ने कहा कि इससे विधानसभा चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि हाल ही में यूपी में नौ मेडिकल कॉलेजों के उद्घाटन से योगी सरकार को फायदा होगा, क्योंकि 58.8 प्रतिशत मतदाताओं ने इससे सहमति व्यक्त की, जबकि 48.2 प्रतिशत ने कहा कि वह वर्तमान सरकार को कोई लाभ नहीं देगी।
इसी तरह, सर्वेक्षण के अनुसार, 56 प्रतिशत से अधिक लोग राज्य में रिकॉर्ड कोविड टीकाकरण से प्रभावित नहीं हैं, जबकि 44.3 प्रतिशत का मानना है कि इसका मतदाताओं पर प्रभाव पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश चुनावों में प्रियंका गांधी की सक्रिय भूमिका से क्या कांग्रेस को फायदा होगा, इस पर स्नैप पोल ने संकेत दिया कि 52.8 फीसदी मतदाताओं को लगता है कि कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा, जबकि 47.2 फीसदी ने हां कहा।
सर्वेक्षण राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में किया गया था, जिनमें से प्रत्येक में नमूना आकार 3,571 था।