किसान आंदोलन का चेहरा बन चुके भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत उत्तराखंड दौरे पर हैं। वहां पर वह किसानों की समस्याओं को उठा रहे हैं। राकेश टिकैत किसानों की क्या-क्या समस्याएं उठा रहे हैं।
दरअसल राकेश टिकैत किसानों की समस्याओं को उठाने के लिए विभिन्न प्रदेशों में जा रहे हैं। उत्तराखंड दौरे पर उन्होंने जहां बनफूलापुरा आंदोलन को गति दी है वहीं इस मामले में नागरिकों को राहत देने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश की सराहना भी की है। राकेश टिकैत ने पत्रकारों से बात करते हुए उत्तराखंड में भी किसानों के लिए एमएसपी गारंटी कानून की मांग की है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक किसानों की समस्याओं का लेकर लगातार हो रही है।
अपने दौरे के बारे में उन्होंने कहा कि वह बिहार और असम में भी किसानों की समस्याओं का लेकर जाएंगे।
दरअसल दिल्ली बार्डर पर १३ महीने तक चले किसान आंदोलन के बाद केंद्र सरकार के किसानों की सभी मांगें मान लेने के वादे पर किसानों ने आंदोलन तो वापस ले लिया था पर अब किसान नेता केंद्र सरकार पर अपने वादे से मुकरने का आरोप लगा रहे है। इस बार संयुक्त किसान मोर्चा की रणनीति देशभर में विभिन्न राज्यों के जिला मुख्यालयों पर एमएसपी गारंंटी कानून की मांग के साथ साथ ही किसानों की दूसरी समस्याएं उठाने की है। यह अपने आप में दिलचस्प है कि राकेश टिकैत ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों को परिवारों से जोड़ने के लिए एक अनोखा अभियान भी चला रखा है।
राकेश टिकैत ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान यूनियन के पदाधिकारियों को यह जिम्मेदारी दे रखी है कि परिवार का मुखिया यदि कोई शौक करता है तो जितना पैसा वह अपने शौक पर खर्च करेगा उतना ही पैसा उसे अपने परिवार को भी देना होगा। जैसे कि बीड़ी, सिगरेट के साथ यदि वह शराब का भी शौक करता है तो इस शौक को पूरा करने के लिए जितने पैसे खर्च होंगे उतने ही पैसे पैसे उसे अपने परिवार को देने होंगे। राकेश टिकैत के इस अभियान से महिलाओं में खुशी देखी जा रही है और परिवारों में खुशहाली आ रही है।