Kisan Andolan : कहा-मोदी सरकार को हराने के लिए विपक्ष को साथ लेकर एक मुहिम चलाई जाये
संयुक्त किसान मोर्चा के मुख्य भूमिका निभा रहे योगेंद्र यादव ने कहा है कि उन्होंने 31 अगस्त की जूम मीटिंग में ही सूचित कर दिया था कि अब वह संयुक्त किसान मोर्चा की कोऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य की जिम्मेवारी नहीं निभा पाएंगे।
उन्होंने कहा है कि पिछले कुछ समय से उन्हें महसूस हो रहा है कि इस किसान विरोधी (और देश विरोधी) मोदी सरकार का मुकाबला करने के लिए यह जरूरी है कि जमीन पर चल रहे सभी जन आंदोलनों (किसान और मजदूर आंदोलन; बेरोजगारी, मंहगाई और अग्निपथ जैसे मुद्दों के आंदोलन आदि) और इस सरकार की नीतियों के खिलाफ खड़े विपक्षी राजनीतिक दलों की ऊर्जा को जोड़ा जाए। इसलिए मैं किसान आंदोलन के साथ-साथ अन्य आंदोलनों से भी संपर्क में हूं। अपनी पार्टी “स्वराज इंडिया” के साथ साथ अन्य राजनीतिक दलों के साथ समन्वय की कोशिश में भी लगा हुआ हूं। मेरी उम्मीद है कि इन कोशिशों से किसान आंदोलन के हाथ भी मजबूत होंगे।
मेरी इस प्राथमिकता को देखते हुए मेरे लिए संभव नहीं हो पाएगा कि मैं संयुक्त किसान मोर्चा की कोआर्डिनेशन कमेटी की जिम्मेदारी के साथ न्याय कर सकूं। कृपया मेरे इस पत्र को संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक के सामने रखकर मुझे इस जिम्मेवारी से मुक्त किया जाए। मेरी जगह मेरे संगठन “जय किसान आंदोलन” के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अवीक साहा इस जिम्मेवारी के लिए उपलब्ध रहेंगे।
जाहिर है “जय किसान आंदोलन” का सदस्य होने के नाते मैं संयुक्त किसान मोर्चा का सिपाही बना रहूंगा और मोर्चे द्वारा तय किसी भी कार्यक्रम में पूरा सहयोग दूंगा। भारत के ऐतिहासिक किसान आंदोलन के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा की कोऑर्डिनेशन कमेटी का सदस्य होना मेरे लिए बहुत बड़ा गौरव रहा है। मुझे यह जिम्मेवारी देने और इसका निर्वाह करने में सहयोग देने के लिए मैं ताउम्र आप सबका ऋणी रहूंगा।