करनाल की एक गाय सोनी ने 24 घंटे में 87.7 लीटर दूध देकर बनाया एशिया की नंबर वन गाय होने का रिकॉड
करनाल, (विसु)। हरियाणा प्रदेश में कहावत है कि जहां दूध दही का खाना, ऐसा हमारा हरियाणा, अब हरियाणा के करनाल के गांव झिंझाड़ी के रहने वाले पशुपालक सुनील व शैंकी ने अपनी गाय के जरिए जो रिकॉर्ड बनाया है, जिसकी चर्चा आज हर तरफ हो रही है। चर्चा का कारण है कि इन दोनों भाईयों की एक गाय, जिस नाम सोनी है, सोनी ने 24 घंटे में 87.740 लीटर दूध देकर एशिया में क्रीतिमान स्थापित कर दिया है, जो आने वाले समय में श्वेतक्रांति के लिए भी मील का पत्थर साबित होगा। इधर सोनी को देखने के लिए सुनील के डेरी फार्म में लोगों का ताता लगना भी आरंभ हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक गांव झिंझाड़ी के पशुपालक सुनील और शैंकी की गाय ने राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान में आयोजित हुए तीन दिवसीय मेले में 24 घंटे में सबसे अधिक दूध देकर एशिया में रिकॉर्ड बनाया है। इन गाय ने गाय ने 24 घंटे में 87.740 लीटर दूध देकर सब को हैरात में डाल दिया। सुनील ने खास बातचीत में बताया कि राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान करनाल के द्वारा किसान मेले का आयोजन किया गया था, जिसमें देश भर से किसान अपने पशुओं को लेकर पहुंचे थे। वहां पर उनकी गाय ने 24 घंटे में 87 लीटर 740 ग्राम दूध देकर नया रिकॉर्ड बनाया है। वो अब दूध देने के मामले में एशिया की नंबर वन गाय बन चुकी है, जिसने एक दिन में सबसे ज्यादा दूध दिया है। इस से पहले भी इन दोनों भाईयों की इसी गाय का पहले भी रिकॉड रह चुका है। पशुपालक सुनील ने कहा कि उनकी गाय होल्सटीन फ्रीजियन नस्ल की है, जिसने ये रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने अपनी गाय का नाम सोनी रखा हुआ है। उन्होंने सोनी की ना केवल अच्छे से देखभाल की, बल्कि उसके खानपान का भी विशेष ध्यान रखा जाता है, जिसका नतीजा है कि वो आज रिकॉर्ड दूध देकर एशिया में सबसे ज्यादा दूध देने वाली गाय का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। सुनील ने बताया कि उनका परिवार लंबे समय से पशुपालन का काम करता आ रहा है। पहले वे अपने घर पर ही पशुओं को रखते थे, लेकिन साल 2014 में उन्होंने दो डेरी फार्म बनाए और अब उनके दोनों डेरी फार्म पर 195 के करीब छोटे-बड़े पशु हैं। सुनील ने बताया कि सभी गाय को दूध के अनुसार स्पेशल डाइट दी जाती है। जिसने एशिया में रिकॉर्ड बनाया है, उसको 24 किलोग्राम साइलेज, करीब डेढ़ किलो तूड़ी, 10 किलो हरा चारा और 20 किलोग्राम स्पेशल फीड दी जाती है। पशुपालक सुनील व शैंकी ने बताया कि वे अपने पशुओं को अपने फार्म पर खुला रखते हैं और यहां पर गर्मियों में उनके लिए विशेष इंतजाम भी किए जाते हैं। उनके दोनों डेरी फार्म पर गायों से 1 दिन में 30 क्विंटल दूध उत्पादन होता है, जिसमें से वे कुछ दूध नेस्ले कंपनी को भी सप्लाई करते हैं और काफी मात्रा में दूध की सप्लाई शहर में उपभोक्ताओं को भी करते हैं। राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान के डायरेक्टर डाक्टर धीर सिंह ने इस बारें में खास बातचीत में बताया कि उनके संस्थान के द्वारा तीन दिवसीय पशु मेला आयोजित किया गया था, जिसमें देश भर के अलग-अलग राज्यों से सैकड़ो पशुपालकों ने भाग लिया। होल्सटीन फ्रीजियन नस्ल की दूध प्रतियोगिता में 24 घंटे में सुनील व शैंकी की गाय सोनी ने 87.740 लीटर दूध देकर एशिया में रिकॉर्ड बनाया है और दूसरे नंबर पर भी इन्हीं की गाय रही है। उन्होंने कहा कि डेयरी फार्म का भारत में भविष्य काफी सुनहरा है और मैं सभी किसान भाईयों से अपील करना चाहता हूं कि वे गांव में ही किसानों का समूह बनाकर दूध उत्पादन पर काम करें, इससे उन्हें शहर का रुख किए बगैर गांव में ही बेहतर रोजग़ार मिल सकेगा और अच्छी-खासी कमाई हो सकेगी।