जेपी दलाल की राजनीति, सत्ता का गौरव नहीं, नहीं दिखावा शान

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सत्ता का गौरव नहीं, नहीं दिखावा शान।
जनसेवा से है बनी, जेपी की पहचान।।

पहली बार कृषि मंत्री बनते ही अपने पहले ही भाषण में जयप्रकाश दलाल ने एक आम सभा में कहा था कि आपने जो ताकत दी है; उसे सवाया करके लौटाऊंगा और चंडीगढ़ से सारे अधिकारी थारे खातिर बुलाया करूंगा, थारी कोई समस्या नहीं छोडूंगा। और आज अक्षरशः ऐसा ही हो रहा है।लोहारू के लाल चौधरी जयप्रकाश दलाल, किसान पुत्र कर्मयोगी पूर्व में हरियाणा के कृषि मंत्री और वर्तमान वित्तमंत्री जेपी दलाल 24 घंटे किसानों और हरियाणा के आमजन की सेवा में लगे रहते हैं। यही वजह है कि लोग उनके लिए कहते हैं कि ठाठ कर दिए जेपी दलाल नै। आज उनके नेतृत्व में लोहारू ही नहीं, पूरा हरियाणा कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में आगे बढ़ा और अब प्रदेश की पूरी अर्थव्यवस्था को संभाले हुए है।

डॉ. सत्यवान सौरभ

लोहारू से विधायक, पूर्व कृषि मंत्री और हरियाणा सरकार के वर्तमान वित्त मंत्री जयप्रकाश दलाल आज हरियाणा की राजनीति में जाना- पहचाना नाम है। जयप्रकाश दलाल आज हरियाणा की राजनीति में एक विशेष स्थान रखते हैं। समाज हित में किए गए कार्यों के लिए जनता की आवाज बने जयप्रकाश दलाल का जन्म 1956 में भिवानी जिले के गांव घुसकानी में हुआ। 1978 में इन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की और इसके उपरांत 1986 में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल के सुपुत्र सुरेंद्र सिंह के साथ राजनीति में आ गए। 1996 में चौधरी बंसीलाल के साथ उन्होंने हरियाणा विकास पार्टी का गठन करने में अहम भूमिका निभाई। 2004 तक हरियाणा विकास पार्टी के अनेक पदों पर रहकर सामाजिक और राजनीतिक कार्यों को अमलीजामा बनाया। उनका चौधरी बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र सिंह के साथ राजनीतिक सफर काफी लंबा रहा। मगर उनकी असमय मृत्यु के बाद वह अकेले पड़ गए और अकेले ही राजनीति के मैदान में लड़ाई लड़ते हुए आगे बढ़े, 2019 के चुनाव में इन्होंने भाजपा की टिकट पर लोहारू से चुनाव लड़ा और रिकॉर्ड मतों से जीतकर प्रदेश के कृषि मंत्री बने।

हरियाणा के कृषि मंत्री के तौर पर चार साल से ज्यादा प्रदेशवासियों की सेवा की। खुद एक किसान पुत्र और किसान होने के नाते इन्होंने किसानों की समस्याओं को बड़ा बारीकी से समझा। दिन रात एक कर किसानों की मांगों को पूरा करने में अपना अहम योगदान दिया। उन्हीं के प्रयासों से आज हरियाणा के किसान खुशहाल है और इसी का परिणाम है कि वैश्विक स्तर पर बाजरा को पहचान मिली। भाजपा सरकार की बदौलत और उनके प्रयासों के परिणाम स्वरूप अंतर्राष्ट्रीय बाजार वर्ष को शुरुआत किया गया है। कृषि मंत्री बनते ही अपने पहले भाषण में जयप्रकाश दलाल ने एक आम सभा में कहा था कि आपने जो ताकत दी है उसे सवाया करके लौटाऊंगा और चंडीगढ़ से सारे अधिकारी थारे खातिर बुलाया करूंगा, थारी कोई समस्या नहीं छोडूंगा। और आज अक्षरशः ऐसा ही हो रहा है।

किसान पुत्र कर्म योगी वित्त मंत्री जेपी दलाल 24 घंटे किसानों और हरियाणा के आमजन की सेवा में लगे रहते हैं। यही वजह है कि लोग उनके लिए लोग कहते हैं कि ठाठ कर दिए जेपी दलाल नै। उनके नेतृत्व में लोहारू ही नहीं पूरा हरियाणा कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में आगे बढ़ा। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन 20000 करोड़ करने का लक्ष्य हासिल करने के लिए पशुओं को बढ़ावा देते हुए कर्मयोगी कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल जी ने मुर्रा नस्ल के पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान करने और पशुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए हर जिले में बड़े पशु अस्पतालों का निर्माण करवाया। यही नहीं इन्होंने क्षेत्र की पेयजल की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए। जिससे हर घर, हर नल तक स्वच्छ पानी पहुंचा। सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत टैंक बनवाकर सिंचाई की सुविधा मुहैया करवाई। लोहारू हल्के की वर्षों से बंजर भूमि में खारे पानी में भी किसानों की जमीन आज सोना उगल रही है। और वह खारे पानी में झींगा मछलियों के उत्पादन को बढ़ावा मिला। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा हरियाणा राज्य को कृषि क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार दिया गया।

लोहारू के लाल चौधरी जयप्रकाश दलाल का कहना है कि उनका लक्ष्य केवल लोगों की जन सेवा करना है जिसके लिए वह 24 घंटे तैयार रहते हैं। उनका कहना है कि उनके द्वार हल्के के लोगों के लिए 24 घंटे खुले हैं और वह प्रत्येक परिवार के सुख, दुख, तीज, त्योहार, शादी समारोह में सम्मिलित होने के लिए तैयार रहते हैं। 2009 के बाद उन्होंने लोगों को ही अपना परिवार मान लिया है और उनका लक्ष्य जीवन भर जन सेवा करना है। वास्तव में देखे तो आज प्रदेश की कोई भी जनहित योजना हो उसका शुभारम्भ लोहारू से ही होता है। आम जनता के लिए चंडीगढ़ के अधिकारियों का सफर बिल्कुल छोटा कर दिया है और आज उनकी लोकप्रियता लोहारू क्षेत्र में नहीं पूरे प्रदेश में लोगों के सिर चढ़ कर बोल रही है।

अन्य शेष चौबीस हैं, लोगों नेता और।
लोहारू में काम के, जेपी ही सिरमौर।।

रह साधारण जो सदा, करते काम कमाल।
लोहारू के उस लाल को, कहे जेपी दलाल।।

सत्ता का गौरव नहीं, नहीं दिखावा शान।
जनसेवा से है बनी, जेपी की पहचान।।

सबको अपना मानकर, रहे हमेशा साथ।
भाई जेपी के सदा, बढे मदद को हाथ।।

-डॉ. सत्यवान सौरभ
कवि/ लेखक, स्वतंत्र पत्रकार।

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