द न्यूज 15
मुंबई । नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व चीफ चित्रा रामकृष्ण के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। बता दें कि उनपर एक आध्यात्मिक गुरु के साथ गोपनीय जानकारी साझा करने का आरोप लगा है। गौरतलब है कि छापेमारी से पहले मार्केट रेगुलेटर ने एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने 11 फरवरी को रामकृष्ण पर 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था। यह जुर्माना मुख्य रणनीतिक अधिकारी के रूप में आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति में हुए नियमों के उल्लंघन के चलते लगाया गया था।
बता दें कि सेबी सुब्रमण्यम की नियुक्ति को लेकर जांच कर रही है। सेबी की जांच में पूर्व NSE चीफ चित्रा रामकृष्ण ने बताया कि वो एक आध्यात्मिक गुरु से सलाह लेती थीं। बता दें कि संवेदनशील जानकारियां साझा करने का मामला अब गंभीर होता जा रहा है। इसमें नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से जुड़ी कई आर्थिक और कारोबारी योजनाएं शामिल हैं।
सेबी के अनुसार रामकृष्ण कथित तौर पर हिमालय में रहने वाले इस आध्यात्मिक गुरु को ‘शिरोमणि’ कहती हैं। एनएसई पूर्व प्रमुख का दावा है कि आध्यात्मिक गुरु हिमालय की पहाड़ियों में रहते हैं और 20 साल से व्यक्तिगत और पेशेवर मामले में उन्हें सलाह देते रहे हैं। चित्रा उसे सिद्ध पुरुष मानती हैं।
सुब्रमण्यम की नियुक्ति पर सवाल: बता दें कि 1 अप्रैल 2013 से सुब्रमण्यम एनएसई के मुख्य रणनीतिक सलाहकार थे। उन्हें इस पद पर रामकृष्ण लेकर आईं थीं। वहीं अक्टूबर 2016 तक सुब्रमण्यम ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर और एमडी और सीईओ के एडवायजर के तौर पर थे। सुब्रमण्यम का काम हफ्ते में सिर्फ चार दिन का था।
बता दें कि सेबी सुब्रमण्यम की नियुक्ति को लेकर जांच कर रही है। सेबी की जांच में पूर्व NSE चीफ चित्रा रामकृष्ण ने बताया कि वो एक आध्यात्मिक गुरु से सलाह लेती थीं। बता दें कि संवेदनशील जानकारियां साझा करने का मामला अब गंभीर होता जा रहा है। इसमें नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से जुड़ी कई आर्थिक और कारोबारी योजनाएं शामिल हैं।
सेबी के अनुसार रामकृष्ण कथित तौर पर हिमालय में रहने वाले इस आध्यात्मिक गुरु को ‘शिरोमणि’ कहती हैं। एनएसई पूर्व प्रमुख का दावा है कि आध्यात्मिक गुरु हिमालय की पहाड़ियों में रहते हैं और 20 साल से व्यक्तिगत और पेशेवर मामले में उन्हें सलाह देते रहे हैं। चित्रा उसे सिद्ध पुरुष मानती हैं।
सुब्रमण्यम की नियुक्ति पर सवाल: बता दें कि 1 अप्रैल 2013 से सुब्रमण्यम एनएसई के मुख्य रणनीतिक सलाहकार थे। उन्हें इस पद पर रामकृष्ण लेकर आईं थीं। वहीं अक्टूबर 2016 तक सुब्रमण्यम ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर और एमडी और सीईओ के एडवायजर के तौर पर थे। सुब्रमण्यम का काम हफ्ते में सिर्फ चार दिन का था।