Intermittent Fasting : क्या यह विदेशी तरीके अपनाने की लोगों की नई सनक है?

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Intermittent Fasting : आजकल ये शब्द काफी लोकप्रियता में है। लोगों का कहना है कि यह अमेरिका से लोकप्रिय होकर ये अब भारत में भी काफी चर्चे में है

अदिति पाण्डेय 

16 Hours Intermittent Fasting’ यानी 16 घंटे उपवास! कुछ लोगों को लगता है कि यह विदेशी तरीके अपनाने की लोगों की नई सनक है। लेकिन क्या आप यह जानते है कि ये चीज़ नई नही है, हमारे पूर्वज इसे हजारों सालों से करते आ रहे है, बस इसे ‘16 घंटे उपवास’ का नाम नहीं दिया। हमारे शास्त्रों में भी ये लिखा है कि सूर्यास्त के बाद और सुबह जब तक सूरज सर पर ना हो तब तक कुछ नहीं खाना चाहिए। है न Intermittent Fasting.
लेकिन यह तो हमारे पूर्वज करते थे! वो तो पुराने जमाने के थे, आजकल तो लोग Science को मानते है। तो चलिए आपको बता दें कि Scientific Studies भी Prove करती है कि उपवास से आपके शरीर को बहुत से फायदे होते है। जैसे कि उपवास स्टेम सेल regeneration को ट्रिगर करता है और कैंसर से लड़ताहै, उम्रबढ़ने को धीमा कर सकता है, टाइप 2 मधुमेह से लड़ने में मदद करता है।

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आइये पहले जानते है कि 16 घंटे उपवास करने के क्या-क्या फायदे होते है। पहला फायदा -16 hours fasting
करने से सभी अंगो के आराम मिलता है।आजकलबीमारियों का मुख्य कारण है कि लोग जितना खाना चाहिए उससे अधिक खा रहे है। इससेपहले कि रात के दाल चावल पचे, सुबह पराठे, इडली-डोसा और खा लेते है। वो पचा नही कि दोपहर का Lunch भी खा लेते है। ऐसा करने से हम पेट पर लगातार pressure डालरहे है। पेट उस खाने को पचाने के लिए लगातार काम करता है, लेकिन आखिर कब तक ऐसा कर ता रहेगा?  कुछ time बाद वो ठीक से काम करना बंद कर देगा, जिससे खाया हुआ भोजन पचेगा नहीं, अंदर ही इकठ्ठा होने लगेगा जिससे कई सारी बीमारियां होने लगेंगी।

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एक भोजन और अगले भोजन के बीच कम से कम 8 घंटे का अंतर होना चाहिए। 16 घंटे उपवास करने से हम अपने पेट कोआराम दे सकते है। सिर्फ पेट को ही नहीं, बाकी सारे Organs को भी आराम मिलता है। Pancreas को Insulin बनाने से आराम , Liver को Bile बनाने से आराम और पेट को digestive juice बनाने से आराम।उपवास से सभी Organs को आराम मिलता है।

दूसरा फायदा- आप खुद को और productive महसूस करेंगे।हमारे शरीर में सबसे ज्यादा काम करने वाला Organ है, पेट। अगर हम नाश्ते में पराठें जैसी भारी चीजेंखाते है या बिना break दिए लगातार खाते है तो हमारी ज्यादातर energy,70% से भी ज्यादा energy खाना पचानें में ही लग जाती है। अब अगर हमारी आधे से ज्यादा energy पेट में ही लग जाएगी तो दिमाग के लिए तो कोई energy बचेगी ही नहीं। 16 घंटे उपवास करने से हमें और energy मिलेगी जिससे दिमाग में clarity  आएगी और हम अपना काम जल्दी खत्म कर पाएंगे  क्योंकि food pressure हमें नीचे नहीं खींच रहा होगा।
तीसरा फायद- हम खाने के पोषण तत्वों को अच्छे से ग्रहण कर पायेंगे।अक्सरहमें सुनने को मिलता है कि दिनभर कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए वरना पोषण नहीं मिलेगा।लेकिन सच तो ये है कि जब तक हम अपने पेट को आराम नहीं देंगे, खाली नहीं रखेंगे, तब तक चाहे कितना भी healthy  खाना क्यों न खा ले, सब बेकार जाएगा। क्योंकि पेट में उनको ग्रहण करने की जगह ही नहीबचेगी। 16घंटे उपवास करने से पेट खाली होता है जिसके बाद आप जो भी खाएंगे उसके पोषण तत्वोंको शरीर अच्छे से ग्रहण कर पाएगा।

 

16 घंटे उपवास के फायदे के बारे में दुनियाभर में चर्चा है। सदगुरु, श्री श्री रविशंकर, बाबा रामदेव,University of Missouri, Columbia के cardiologist डॉ. आनंद चोकलिंगम,Cardiovascular Interventions के संस्थापक और चिकित्सा निदेशक डॉ.प्रदीप जमनादास जैसे लोगों ने भीइसके फायदे के बारे में बात की है।
16घंटे उपवास के फायदे तो आपके पता चल गए। आइए अब जानते है कुछ ऐसे तरीके जिनसे इसे और भी फायदेमंद बनाया जा सकता है।

पहला-Detox Juice रोज सुबह, उपवास तोड़ने से 2 घंटे पहले, Detox Juice लेना चाहिए। जब आप उपवास रखते है तब आपका शरीर सारी गंदगी साफ करने लगता है। Detox Juice पीने से ये पेट में जाकर शरीर की चल रही सफाई को और जल्दी और अच्छे से होने में मदद करता है।

दूसरा-6 बजे से पहले डिनर करना शाम का डिनर हमें 6बजे से पहले खा लेना चाहिए। हमारी जठराग्नी यानी Digestive Fire का गहरा संबंध है सूरज से। जब सूरज हमारे सर के ऊपर होता है तब जठराग्नी सबसे तेज होती है, जैसे जैसे सूरज डूबने लगता है हमारी जठराग्नी भी कम होने लगती है। अगर आप 16 घंटे उपवास कर भी रहे हो लेकिन देर रात 9- 10 बजे तक खाना खाते हो तो इसका कोई फायदा नहीं मिलेगा इसलिए जल्द से जल्द शाम का डिनर खा लेने की कोशिश करनी चाहिए।

तीसरा-8घंटे के दौरान सात्विक भोजन खाना 16 घंटे उपवास करने का मतलब ये नही कि बाकी के 8 घंटे आप कुछ भी खा ले। इस 8 घंटे के समय के दौरान सात्विक भोजन खाने की कोशिश करनी चाहिए। आइये अब ये जानते है कि 16 घंटे उपवास किस किस को करना चाहिए।16 घंटे का उपवास हर उम्र के लोग कर सकते है। बच्चे से लेकर बूढ़े तक, जिसको भी कोई बीमारी हो,Underweight होया बढ़ने की अवस्था में हो कोई भी उपवास रख सकता है। अगर आपको कोई भी बीमारी है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर की सफाई अच्छे से नही हो रही और गंदगी इकट्ठा है।उपवास करने से आपके शरीर की सफाई अच्छे से होती है और आपकी बीमारी दूर होती है।

अगर आप पूरी तरह से स्वस्थ है तो 16 घंटे का उपवास ये ensure करेगा कि आप आगे भी healthy रहेंगे। Intermittent Fasting के मामले में बच्चे जिनकी उम्र 16 साल से कम हो या अगर आप underweight हो या pregnant औरते अगर ये उपवास रखते है तो उनके लिए 12 से 14 घंटे का उपवास काफी है लेकिन अगर उन्हें कोई भी बीमारी हो तो 16 घंटे का उपवास बहुत फायदेमंद होगा। तो अगर हमें किसी दिन खाने में देर हो गई या दोस्तो के साथ कहीं बाहर खाना पड़ा तो क्या करना चाहिए? यही सवाल आया ना आपके दिमाग में? तो इसका जवाब भी आसान है। अगर किसी दिन खाने में देर हो गई या कहीं बाहर खाना पड़ा तो आप दूसरे दिन का नाश्ता skip कर दे। सुबह सिर्फ juice ले लें और फिर सीधा lunch करें।उपवासके दौरान आपकी भावनाएं एक अहम किरदार निभाती है। अगर उपवास के दौरान आपको गुस्सा, डर, चिड़चिड़ाहट या उदासी हो तो आप अपने उपवास का समय 16 से 14 घंटे कर सकते है। इसे हमेशा शांत मन और खुशी से ही करें।

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