Indian Politis : एमके स्टालिन ने की राहुल गांधी की तारीफ, बोले-नेहरू के उत्तराधिकारियों के भाषण से परेशान गोडसे के समर्थक

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तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कहा-देश को धर्मनिरपेक्ष और समानता जैसे मूल्यों को बनाए रखने के लिए जवाहर लाल नेहरू और महात्मा गांधी जैसे नेताओं की जरूरत है

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा को भले ही पहले गंभीरता से न लिया जा रहा हो, भले ही राष्ट्रीय मीडिया इससे दूरी बनाकर चल रहा हो पर दिल्ली यात्रा के घुसने के बाद जो माहौल कांग्रेस के पक्ष में बना है उससे कांग्रेसी तो गदगद है ही साथ ही सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी को भी बेचैन कर दिया है। राहुल गांधी का सीधे मोदी सरकार पर हमला बोलने के बाद बीजेपी बिलबिला गई है। प्रेस कांफ्रेंस कर राहुल गांधी के भाषणों में कमी नहीं निकाली जा रही है। बीजेपी राहुल गांधी पर सेना के विरोध में बयानबाजी करने का आरोप लगा रही है। इसे राहुल गांधी की भारत यात्रा का असर ही कहा जाएगा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने राहुल गांधी की भारत यात्रा को जमकर सराहा है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के लिए उनकी सराहना की और कहा कि उनके भाषणों ने देश में खलबली मचा दी है। भारत के पहले प्रधानमंत्री दिवंगत जवाहरलाल नेहरू की प्रशंसा करते हुए एमके स्टालिन ने कहा कि देश को धर्मनिरपेक्षता और समानता जैसे मूल्यों को बनाए रखने के लिए उनके और महात्मा गांधी जैसे नेताओं की जरूरत है।

जवहर लाल नेहरू थे संसदीय लोकतंत्र के प्रतीक

द्रमुख अध्यक्ष स्टालिन चेन्नई में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए गोपन्ना द्वारा नेहरू पर लिखी गई पुस्तक ममनीथर नेहरू का विमोचन करने के बाद बोल रहे थे। स्टालिन ने कहा कि नेहरू एक सच्चे लोकतंत्रवादी थे। वह संसदीय लोकतंत्र के प्रतीक थे। यही कारण है कि सभी लोकतांत्रिक ताकतें उनकी जय-जयकार करती हैं। आज भले ही महत्पूर्ण मुद्दों पर संसद में चर्चा नहीं होने दी जा रही है, लेकिन नेहरू ने विरोधी विचारों को बढ़ावा दिया है।
स्टालिन ने नेहरू का जिक्र करते हुए कहा कि हमें अब नेहरू की याद आ रही है, यहां तक कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को भी बंद किया जा रहा है। आज की राजनीतिक स्थिति हमें नेहरू का सही मूल्य दिखाती है। जैसे तमिलनाडु को इतने वर्षांे के बाद पेरियार, अन्ना और कलैगनार (एम. करुणानिधि) की जरूरत है, उसी तरह भारत को संघवाद, भाईचारा, समानता, धर्मनिरपेक्षता स्थापित करने के लिए गांधी और नेहरू की जरूरत है। ज्ञात हो कि भारत जोड़ो यात्रा अभी ९ दिनों के ब्रेक पर है।

राहुल गांधी के भाषणों से देश में खलबली

स्टालियन ने कहा कि प्रिय भाई राहुल अखिल भारतीय भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल के भाषणों से देश में खलबली मच रही है। वह चुनावी राजनीति या दलदल राजनीति नहीं बल्कि विचारधारा की राजनीति कर रहे हैं और इसलिए कुछ लोगों द्वरा उनका कड़ा विरोध किया जा रहा है। उनकी बातें कभी-कभी नेहरू जैसी होती है। आश्चर्य तभी होगा जब नेहरू के उत्तराधिकारी इस तरह की बात नहीं करते हंै। महात्मा गांधी और नेहरू के उत्तराधिकारियों की बातों से गोडसे के वंशज केवल कड़वा महसूस करेंगे। एके स्टालिन ने कहा कि देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वयं पहले प्रधानमंत्री नेहरू की प्रशंसा की थी और कहा था कि उनके नेतृत्व में देश सुरक्षित हाथों में है।

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