Indian Politics : राष्ट्रपति द्रौपदी को राष्ट्रपति की जगह राष्ट्रपत्नी बोलने पर भाजपा को मिला बड़ा मुद्दा, स्मृति ईरानी और निर्मला सीतारमण ने संभाला मोर्चा
चरण सिंह राजपूत
Indian Politics : भले ही नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी पूछताछ पर विपक्ष के हंगामे का जनता पर कोई असर न पड़ रहा हो पर संसद कार्रवाई में सांसदों के निलंबन का मामला जनता को अखर रहा था। विशेेष रूप से आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने जब राज्यसभा में Gujarat liquor Scandal
में मरे लोगों का मुददा उठाने पर उनका निलंबन किया गया। संजय सिंह का प्रयास सत्तापक्ष पर अच्छा खासा माहौल बना रहा था कि कांग्रेस नेता रंजन अधीर चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी को राष्ट्रपत्नी बोलकर भाजपा को एक बड़ा मुद्दा दे दिया। यही वजह रही कि जो दबाव विपक्ष सत्तापक्ष पर बना रहा था ठीक उसके उल्टा सत्तापक्ष ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अमेठी से सांसद स्मृति इरानी को आगे कर विपक्ष पर दबाव बनवा दिया।
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दरअसल Ranjan Adhir Chowdhury के इस बयान को राष्ट्रपति के अपमान से जोड़कर देखा जा रहा है। राष्ट्रपति का राष्ट्रपत्नी बोलना कोई चूक नहीं कहा जा सकता है। रंजन अधीर चौधरी ने राष्ट्रपति के नाम द्रौपदी से जोड़ते हुए उन्हें राष्ट्रपति बोला है। यह शब्द बहुत सोच समझकर और सनकी सोच के साथ बोला गया है।
कांग्रेस के लिए दिक्कतभरा यह है कि एक ओर जहां लगभग हर प्रदेश में उनके नेता भाजपा में जा रहे हैं वहीं पुराने कांग्रेस दिग्गज सोनिाय परिवार से नाराज चल रहे हैं। कांग्रेस के बड़े नेता कपिल सिब्बल समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा में निर्दलीय सांसद बन गये हैं। गुलाम नबी आजाद और मनीष तिवारी नाराज चल रहे हैं। ईडी मामले में कांग्रेस ने आंदोलन के बल पर एक माहौल बनाया था जिसका दबाव रंजन अधीर चौधरी ने खत्म कर दिया है।
वैसे भी कांग्रेस के चलते ही जहां Telangana Rashtra Samithi ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री टीएमसी नेता ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक में जाने से इनकार कर दिया था वहीं आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने बैठक से दूरी बना ली थी। मतलब कांग्रेस की वजह से विपक्ष भी एकजुट नहीं हो पा रहा है। 2024 के आम चुनाव के चलते जहां टीएमसी कांग्रेस समेत दूसरे दलों को साथ लेकर विपक्ष की टीम बना रही है वहीं आम आदमी पार्टी और तेलंगाना राष्ट्र समिति भाजपा के साथ ही कांग्रेस से अलग तीसरे मोर्चे की पैरवी कर रहे हैं।
दरअसल कांग्रेस नेता Ranjan Adhir Chowdhury ने बुधवार को दिल्ली में पार्टी के एक प्रदर्शन क दौरान President Draupadi Murmu के लिए राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल कर दिया था। इसे अब भाजपा ने बड़ा मुद्दा बना लिया है। संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और Smriti Irani ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है।
Smriti Irani ने कांग्रेस से देश से माफी मांगने की बात कही है। Smriti Iraniने रंजन अधीर चौधरी के इस बयान को कांग्रेस की सोच से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति को राष्ट्र की पत्नी बताकर अपनी सोच उजागर की है। उन्होंने कहा कि यह सभी जानते हैं कि कांग्रेस की सोच आदिवासी विरोधी है और महिलाओं के खिलाफ है।
अधीर रंजन चौधरी ही नहीं कांग्रेस को भी इस पर माफी मांगनी चाहिए। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष Sonia Gandhi ने केंद्रीय मंत्री Smriti Irani के पास जाकर बात की है। लोकसभा में भाजपा सांसदों ने सोनिया गांधी, माफी मांगें के नोर लगाये। स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी जी आपने सर्वोच्च संवैधानिक पद पर एक महिला के अपमान को मंजूरी दी है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि जब से द्रौपदी मुर्मू का नाम राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में घोषित हुआ तब से द्रौपदी मुर्मू कांग्रेस पार्टी और घृणा और उपवास का शिकार बनीं। कांग्रेस ने उन्हें कठपुतली तक कहा। इसे Indian Politics ही कहा जाएगा कि अधीर चौधरी ने सफाई देते हुए कहा कि उनसे चूक से राष्ट्रपति को राष्ट्रपति बोला गया, जिसका उनको अफसोस है। उन्होंने बताया कि वह तो पत्रकारों से बातचीत कर अपनी सफाई देना चाहते थे पर वे निकाल चुके थे और नहीं मिले।