नई दिल्ली (द न्यूज़ 15)| वर्ष 2021 में खेलो की बात की जाए, तो भारत का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा , लेकिन सिर्फ खेल में ही नहीं बल्कि एथलिटों ने भी पदक जीतकर इस वर्ष को भारत के इतिहास में यादगार बना दिया है। 2021 के खेलो पर आइये एक नज़र डाली जाए |
1. नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण जीता : भाला फेंक नीरज चोपड़ा इस वर्ष ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। उन्होंने देश के लिए ओलंपिक खेलों में ट्रैक-एंड-फील्ड का पहला स्वर्ण पदक हासिल किया।
2. हॉकी में कांस्य पदक : भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ओलंपिक में कांस्य पदक के प्ले-ऑफ में जर्मनी को 5-4 से हराया था। टीम ने 41 साल के अंतराल के बाद ओलंपिक पदक जीता। इससे पहले भारत ने 1980 में मास्को खेलों के दौरान पदक जीता था।
3. टीम इंडिया ने जीता गाबा टेस्ट : टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट सीरीज पर कब्जा किया था।
4. प्रमोद भगत : टोक्यो पैरालिंपिक में पहली बार बैडमिंटन की शुरुआत के साथ प्रमोद भगत ने ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था। बैडमिंटन में पदक जीतने वाले वे पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए थे।
5. सुमित अंतिल : नीरज चोपड़ा के नक्शेकदम पर चलते हुए, अंतिल ने न केवल पैरा-भाला में स्वर्ण पदक जीता, बल्कि अपने तीन थ्रो के साथ विश्व रिकॉर्ड तोड़कर खेल में भी अपना दबदबा जारी रखा।
6. सैखोम मीराबाई चानू : भारोत्तोलक मीराबाई चानू 49 किग्रा वर्ग में टोक्यो ओलंपिक में रजत जीतने में सफल रहीं।
7. पीवी सिंधु : दो ओलंपिक में सिंधु ने एक के बाद एक पदक जीतकर इतिहास रच दिया। रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता ने तीसरे स्थान के प्लेऑफ में चीन के ही बिंग जाओ को 21-13, 21-15 से हराकर टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
8. रवि दहिया : सुशील कुमार के बाद ओलंपिक रजत जीतने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बने थे।
9. अवनि लेखारा : 50 मीटर राइफल 3-पोजीशन एसएच 1 कांस्य का दावा करते हुए दो पैरालिंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
10. सुकांत कदम : वे पैरालिंपिक में पदक जीतने से चूक गए थे। बावजूद इसके उन्होंने युगांडा पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता। चौथी राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में अपना पहला स्वर्ण भी जीता।
11. पूनम राउत : भारतीय क्रिकेटर जिसने भारतीय बल्लेबाजी क्रम में अपना नंबर तीन पर स्थान पक्का किया है।
12. टीम इंडिया का सेंचुरियन टेस्ट : साल की शुरुआत में भारत ने गाबा में जीत हासिल की, उन्होंने एक और जीत के साथ साल का अंत किया। भारत ने सेंचुरियन में अपनी पहली टेस्ट जीत के साथ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1-0 की बढ़त बना ली।