तेजस्वी की गैरमौजूदगी में लालू की बेटियों ने संभाला मोर्चा, मीसा-रोहिणी ने बाढ़ के बहाने नीतीश को सुनाई खरीखोटी

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 पटना। बिहार में आई भयंकर बाढ़ ने आधे राज्य को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के विदेश हैं, इधर उनकी बहनें मीसा भारती और रोहिणी आचार्य ने मोर्चा संभाला है। बिहार की नीतीश सरकार की जमकर आलोचना की। पाटलिपुत्र सांसद मीसा भारती ने उम्मीद जताई है कि बाढ़ पीड़ितों तक राहत सामग्री पहुंचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए होंगे। वहीं, दूसरी ओर, रोहिणी आचार्य ने इस आपदा को ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित करने की मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए कहा, ‘राज्य सरकार कुंभकर्णी नींद सो रही है।’ बिहार के 13 से ज्यादा जिले इस बाढ़ से प्रभावित हैं, जिससे लोगों के घर डूब गए हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
पाटलिपुत्र सांसद मीसा भारती ने बाढ़ की स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अधिकारियों पर सवाल उठाए। रोहिणी आचार्य ने भी सरकार पर व्यवस्था न करने का आरोप लगाया और बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की।
मीसा ने कहा कि बिहार के लोगों को बाढ़ से राहत देने के लिए सरकार को तेजी से काम करना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि जब उनके क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात थे, तब सरकार ने ध्यान क्यों नहीं दिया? मीसा भारती पटना से सांसद हैं और लालू यादव की बेटी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके अधिकारी बाढ़ की स्थिति को लेकर गंभीर नहीं हैं।
इस बीच, आरजेडी नेता रोहिणी आचार्य ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ के दौरान ठीक से व्यवस्था नहीं कर पाई है। रोहिणी आचार्य ने मांग की है कि बिहार में आई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए।
रोहिणी आचार्य ने कहा कि सरकार सोई हुई है, उसे बिहार में जो कुछ भी कर सकती है, करनी चाहिए। उसे फंड देना चाहिए और मुआवजा देना चाहिए। बाद में हमारे बच्चों के साथ जो हुआ, उसे भी मुआवजा देना चाहिए। हमारी मांग है सरकार चाहती है कि बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए और उन्हें तत्काल सेवाएं मुहैया कराई जाएं।

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