झारखंड की राजनीति के लिए सोमवार पांच फरवरी का दिन बेहद खास होने वाला है विधानसभा के विशेष सत्र में चंपई सोरेन को बहुमत हासिल करना है। सीएम चंपई सोरेन ने दावा किया है कि 82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में एक सीट खाली रहने के बावजूद सत्तापक्ष को 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
वहीं मंत्री आलमगीर आलम ने भी दावा किया है बहुमत का आंकड़ा 48 से 50 के बीच पहुंच सकता हैं। वहीं बात करे राजनीतिक विश्लेषकों का ऐसा अनुमान है की भले ही सत्ताधारी गठबंधन बहुमत साबित करने को लेकर आश्वस्त हो, लेकिन जब तक फ्लोर टेस्ट नहीं हो जाता, तब तक जेएमएम सरकार पर राजनीतिक संकट बरकरार रहेगा। इस बीच कयास ये लग रहे हैं कि क्या झारखंड में चंपई सोरेन सरकार बचेगी? कहीं चंपई सोरेन के साथ कोई खेल तो नहीं हो जाएगा?
वही इस कार्यक्रम में जेएमएम विधायक रामदास सोरेन विश्वास मत में भाग नहीं लेंगे। सूत्रों की माने रामदास सोरेन अस्वस्थ हैं और गुर्दे की समस्या से जूझ रहे हैं। वे दिल्ली के अपोलो इंद्रप्रस्थ अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं दूसरे जेएमएम के दूसरे विधायक चमरा लिंडा को लेकर भी सस्पेंस बरकरार है। बिशुनपुर के जेएमएम विधायक चमरा लिंडा सत्ताधारी दल की पिछले दिनों हुई किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं लिया। इसके अलावा वे हैदराबाद भी नहीं गए। जहां एक तरफ सत्तापक्ष को 48 विधायकों का समर्थन प्राप्त है वहीं जेएमएम के 29, कांग्रेस के 16, आरजेडी के 1, झाविमो के 1 और सीपीआई एमएल के 1 विधायक शामिल हैं। और बात करे विपक्षी खेमे में बीजेपी के 25, झाविमो के 1 और आजसू पार्टी के दो विधायक शामिल हैं। इसके अलावा दो निर्दलीय विधायक सरयू राय और अमित यादव को भी विपक्षी खेमे में ही माना जा रहा हैं। साथ ही साथ हेमंत सोरेन आज विशेष सत्र के विश्वासमत में शामिल होंगे।अदालत ने उन्हें विश्वासमत के दौरान सदन में शामिल होने की अनुमति दी है। न्यायालय की ओर से निर्देश है कि वे मीडिया से बातचीत नहीं करेंगे। जबकि विधानसी में हेमंत सोरेन अगली कतार में बैठेंगे।