बीजेपी ने एमएलसी चुनाव के लिए हिस्ट्रीशीटर विनीत सिंह और धनंजय सिंह के करीबी बृजेश सिंह को भी उम्मीदवार बनाया है। वहीं बिहार में बीजेपी के एक फैसले ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है
द न्यूज 15
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश का एमएलसी चुनाव चर्चा का विषय बना हुआ है। समाजवादी पार्टी गठबंधन ने सभी 36 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए है। सपा ने सिर्फ आरएलडी को 2 सीटें दी है जबकि किसी अन्य गठबंधन सहयोगी को पार्टी ने एक भी सीट नहीं दी है। वहीं बीजेपी ने एमएलसी चुनाव के लिए 30 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है, जिसमें हिस्ट्रीशीटर के भी नाम शामिल हैं। बीजेपी ने पूर्व MLC विनीत सिंह उर्फ श्याम नारायण सिंह और धनंजय सिंह के करीबी बृजेश सिंह ‘प्रिंसु’ को उम्मीदवार बनाया है।
बीजेपी ने विनीत सिंह को मिर्जापुर-सोनभद्र स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा है। विनीत सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह वाराणसी जिले के चोलापुर थाने के रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर है। विनीत सिंह 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने 2017 का विधानसभा चुनाव चंदौली जिले की सैयदराजा सीट से बसपा उम्मीदवार के रूप में लड़ा था। उस दौरान वह अपहरण के एक मामले में रांची जेल में बंद थे। 2017 के चुनाव में विनित दूसरे स्थान पर रहे थे।
जौनपुर स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी ने वर्तमान बसपा एमएलसी बृजेश सिंह ‘प्रिंशु’ को मैदान में उतारा है, जो धनंजय सिंह के करीबी माने जाते हैं। धनंजय सिंह ने जौनपुर जिले की मल्हानी सीट से जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार के रूप में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा था और वो दूसरे स्थान पर रहे थे।
सीएम योगी शपथ ग्रहण: प्रोटेम स्पीकर पद की जंग, राज्यपाल के पास माता प्रसाद, राजा भैया, आजम खान समेत 17 नामों की लिस्ट पहुंची
बिहार उपचुनाव में बोचहा सीट पर बीजेपी ने एनडीए गठबंधन सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतार दिया है। दरअसल वीआईपी पार्टी के विधायक के निधन के कारण ये सीट खाली हुई है और सीट पर उपचुनाव हो रहा है।
मुकेश साहनी ने पहले उत्तर प्रदेश में 50 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़कर भाजपा का विरोध किया और फिर अप्रैल में सात एमएलसी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया, जहां भाजपा ने उम्मीदवार उतारे हैं। साहनी उपचुनाव में बोचाहा सीट पर अपनी पार्टी को स्वाभाविक दावेदार मान रहे थे, लेकिन भाजपा ने मल्लाह नेता से मुकाबला करने का फैसला किया।