राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा न केवल देश बल्कि विदेश में भी चर्चित रही। इस यात्रा से राहुल गांधी का कद देश की राजनीति में काफी बढ़ गया था। राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतिद्वंद्वी माना जाने लगा था पर लंदन में दिये गये राहुल गांधी के भाषण के बाद उनकी फजीहत हो रही है। जिस तरह से राहुल गांधी ने देश में लोकतंत्र को खत्म करने का षड्यंत्र मोदी सरकार पर लगाते हुए १५०० भारतीय प्रवासियों के बीच यह भाषण दिया है उससे बीजेपी को उनके खिलाफ आग उगलने का मौका मिल गया है। भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी पर विदेशी धरती पर भारत का अपमान करार दिया है।
राहुल गांधी ने लंदन में इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। वहां पर लगभग 1500 प्रवासी भारतीयों के बीच स्पीच दे रहे थे। जाहिर सी बात है कि सरकार की ओर से भी पलटवार होगा ही। बीजेपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर ऐतराज जताया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने विदेश में भारत की छवि खराब की है।
राहुल के स्पीच की बड़ी बातें
राहुल गांधी ने डॉक्टूमेंट्री का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए जरूरी ढांचा संसद, स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका होते हैं। भारत में आज यह सभी विवश होते नजर आ रहेे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में हर जगह आवाज दबाई जा रही है। बीबीसी डॉक्टूमेंट्री इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि अगर बीबीसी सरकार के खिलाफ खबरें करना बंद कर दे तो उसके खिलाफ मामले गायब हो जाएंगे। राहुल गांधी ने आगे कहा कि बीबीसी ने भारत में अब जाकर किसी दमन को अनुभव किया है, लेकिन हमारे देश में गत नौ साल से जनता की आवाज यानी मीडिया का दबाया जा रहा है। हमारे देश में पत्रकारों को डराया जाता है। उन पर हमले हाते हैं और धमकियां दी जाती हैं। वहीं सरकार की बात करने वाले पत्रकारों को पुरस्कार से नवाजा जाता है।
राहुल गांधी ने पेगासस का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में कई नेताओं के फोन में पेगासस है। मेरे फोन में भी पेगासस था। मुझे इंटेलिजेंस अफसरों ने आगाह किया कि आप जब भी किसी से फोन पर कोई बात कर रहे हों तो बेहद सतर्क होकर करें क्योंकि आपकी बातों को रिकार्ड किया जाता है। प्रवासी भारतीयों को दे रहे भाषण में राहुल गांधी ने कहा, हमारे देश में सराकर विपक्ष की अवधारणा को इजाजत नहीं देती है, वहां के सांसद में भी यही चीज होती है। सच्चाई तो यह है कि पड़ोसी देश चीन भारत के इलाके में बैठा हुआ है। लेकिन इस पर संसद में सवाल उठाओ तो इसकी इजाजत नहीं दी जाती है। वास्तव में यह शर्मनाक है।
राहुल गांधी ने कहा कि कितनी अजीब बात है कि भारतीय लीडर कैंब्रिज और हावर्ड जैसी जगहों पर आकर अपनी बात कह सकते हैं लेकिन भारतीय के यूनिवर्सिटी में नहीं रख सकते। सरकार बिल्कुल नहीं चाहती कि विपक्ष किसी मुद्द पर चर्चा करे।
BJP ने क्या कहा ?
राहुल गांधी के भाषण और उनके बयानों को लेकर बीजपेी के कुछ नेताओं और मंत्रियों ने अलग-अलग प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी को घेरा है। कांग्रेस पर भारत को बदनाम करने का भी आरोप लगा रहे हैं।
कानून मंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत की एकता के लिए खतरनाक और वह भारत को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि स्वघोषित कांग्रेस राजकुमार ने सारी हदें पार कर दी हैं। देश के लोग तो जानते हैं लेकिन विदेश के लोग नहीं जानते कि राहुल गांधी पप्पू हैं।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल विदेशी धरती पर भारत को बदनाम कर रहे हैं। उनकी मंशा सिर्फ और सिर्फ बीजेपी को बदनाम करने की है लेकिन देश और विदेश में रह रहे भारतीयों को पता है कि राहुल गांधी की बातों को गंभीरता से नहीं लेना है। अनुराग ने राहुल को विवादों की आंधी उपनाम देतेे हुए कहा कि राहुल गांधी विवादों की आंधी बन गये हैं। विदेशी दोस्त, विदेशी एजेंसी या फिर विदेशी चैनल हो किसी को भी दुरुपयोग करके भारत को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। राहुल जी ने अपनी नाकामी को छुपाने के लिए विदेशी जमीन से भारत को बदनाम करने का ठेका ले लिया है।
राजस्थान के कांग्रेस नेता और गहलोत सरकार में पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध ने बुधवार ट्वीटर पर राहुल गांधी पर निशाना साधा। लंदन में ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स के ग्रैंड कमेटी रूम में आयोजित एक कार्यक्रम में राहुल के हवाले से एक समाचार रिपोर्ट को टैग करते हुए अनिरुद्ध ने ट्वीट किया। हमारी संसद के माइक खामोश हैं। उन्होंने कहा कि वो दूसरे देश की संसद में अपने देश का अपनाम करते हैं या शायद वो इटली को अपनी मातृभूमि मानते हैं।
भारत को बदनाम करने के आरोपों पर क्या बोले ?
राहुल ने कहा कि इन पीएम मोदी ने कई बार अपने भाषणों में कहा है कि हमारे देश में गत ६० सालों में कुछ भी विकास नहीं हुआ और बीजेपी के आने से पहले देश में भ्रष्टाचार डूबा हुआ था। पीएम मोदी ने इस तरह के बयान उन सभी लोगों की ेमेहनत का अपमान है जिन्होंने भारत को मजबूत बनाने में अपना योगदान दिया है।